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Friday, 22 May 2015

हिन्दी

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हिन्दी
हिन्दी या मानक हिन्दी
Hindi.svg
शब्द "हिंदी" देवनागरी में
उच्चारण:हिन्दुस्तानी उच्चारण: [ˈmaːnək ˈɦin̪d̪iː]
बोलने का  स्थान:भारत
एवं नेपालदक्षिण अफ्रिकापाकिस्तान(हिन्दुस्तानी)
सुरुवात:१९९१
मातृभाषाप्रयोगकर्ता:१८० मिलियन ४९ करोड़ (२००८)[1]
द्वितीय भाषा: १२-२२.५ करोड़ (१९९९)[2]
भाषा परिवार:हिन्द-यूरोपीय
लिपिदेवनागरी (मुख्यतः), कैथीलाति,
एवँ विभिन्न क्षेत्रीय लिपियाँ
राजभाषा मान्यता
औपचारिक मान्यता:None
नियन्त्रक संस्था:केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय[3]
भाषा कोड:
आइएसओ 639-1hi
आइएसओ 639-2hin
आइएसओ 639-3hin
भाषाविद् सूचीhin-hin
भाषावेधशाला59-AAF-qf
Hindustani map.png
Indic script
इस पन्ने में हिन्दी के अलावा अन्य भारतीय लिपियां भी है। पर्याप्त सॉफ्टवेयर समर्थन के अभाव में आपको अनियमित स्थिति में स्वर व मात्राएं तथा संयोजक दिख सकते हैं। अधिक...

हिन्दी संवैधानिक रूप से भारत की प्रथम राजभाषा और भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। चीनी के बाद यह विश्व में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा भी है।
हिन्दी और इसकी बोलियाँ उत्तर एवं मध्य भारत के विविध राज्यों में बोली जाती हैं। भारत और अन्य देशों में ६० करोड़ से अधिक लोग हिन्दी बोलते, पढ़ते और लिखते हैं। फ़िजीमॉरिशसगयानासूरीनाम की अधिकतर और नेपाल की कुछ जनता हिन्दी बोलती है।
हिन्दी राष्ट्रभाषा, राजभाषा, सम्पर्क भाषा, जनभाषा के सोपानों को पार कर विश्वभाषा बनने की ओर अग्रसर है। भाषा विकास क्षेत्र से जुड़े वैज्ञानिकों की भविष्यवाणी हिन्दी प्रेमियों के लिए बड़ी सन्तोषजनक है कि आने वाले समय में विश्वस्तर पर अन्तर्राष्ट्रीय महत्त्व की जो चन्द भाषाएँ होंगी उनमें हिन्दी भी प्रमुख होगी।

अनुक्रम

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हिन्दी शब्द की व्युत्पत्ति

हिन्दी शब्द का सम्बन्ध संस्कृत शब्द सिन्धु से माना जाता है। 'सिन्धु' सिन्ध नदी को कहते थे ओर उसी आधार पर उसके आस-पास की भूमि को सिन्धु कहने लगे। यह सिन्धु शब्द ईरानी में जाकर ‘हिन्दू’, हिन्दी और फिर ‘हिन्द’ हो गया। बाद में ईरानी धीरे-धीरे भारत के अधिक भागों से परिचित होते गए और इस शब्द के अर्थ में विस्तार होता गया तथा हिन्द शब्द पूरे भारत का वाचक हो गया। इसी में ईरानी का ईक प्रत्यय लगने से (हिन्द ईक) ‘हिन्दीक’ बना जिसका अर्थ है ‘हिन्द का’। यूनानी शब्द ‘इन्दिका’ या अंग्रेजी शब्द ‘इण्डिया’ आदि इस ‘हिन्दीक’ के ही विकसित रूप हैं। हिन्दी भाषा के लिए इस शब्द का प्राचीनतम प्रयोग शरफुद्दीन यज्+दी’ के ‘जफरनामा’(१४२४) में मिलता है।
प्रोफ़ेसर महावीर सरन जैन ने अपने " हिन्दी एवं उर्दू का अद्वैत " शीर्षक आलेख में हिन्दी की व्युत्पत्ति पर विचार करते हुए कहा है कि ईरान की प्राचीन भाषा अवेस्ता में 'स्' ध्वनि नहीं बोली जाती थी। 'स्' को 'ह्' रूप में बोला जाता था। जैसे संस्कृत के 'असुर' शब्द को वहाँ 'अहुर' कहा जाता था। अफ़ग़ानिस्तान के बाद सिन्धु नदी के इस पार हिन्दुस्तान के पूरे इलाके को प्राचीन फ़ारसी साहित्य में भी 'हिन्द', 'हिन्दुश' के नामों से पुकारा गया है तथा यहाँ की किसी भी वस्तु, भाषा, विचार को 'एडजेक्टिव' के रूप में 'हिन्दीक' कहा गया है जिसका मतलब है 'हिन्द का'। यही 'हिन्दीक' शब्द अरबी से होता हुआ ग्रीक में 'इन्दिके', 'इन्दिका', लैटिन में 'इन्दिया' तथा अंग्रेज़ी में 'इण्डिया' बन गया। अरबी एवँ फ़ारसी साहित्य में हिन्दी में बोली जाने वाली भाषाओं के लिए 'ज़बान-ए-हिन्दी', पद का उपयोग हुआ है। भारत आने के बाद मुसलमानों ने 'ज़बान-ए-हिन्दी', 'हिन्दी जुबान' अथवा 'हिन्दी' का प्रयोग दिल्ली-आगरा के चारों ओर बोली जाने वाली भाषा के अर्थ में किया। भारत के गैर-मुस्लिम लोग तो इस क्षेत्र में बोले जाने वाले भाषा-रूप को 'भाखा' नाम से पुकराते थे, 'हिन्दी' नाम से नहीं।

शिक्षणसंस्था, अभ्यासक्रम आणि त्यांच्या नावांची लघुरूपे

भारतामध्ये अनेक प्रसिद्ध शिक्षणसंस्था आहेत. त्या बरेच अभ्यासक्रम चालवतात आणि विविध परीक्षा घेतात. संस्थांच्या नावांचे आणि अभ्यासक्रम-परीक्षांचे कागदोपत्री आणि बोलताना होणारे उल्लेख बहुधा त्यांच्या आद्याक्षरांनी(संक्षिप्त नावाने-इनिशिॲलिझमने) होतात. अशा सततच्या वापराने मराठीत रूढ झालेल्या काही आद्याक्षरींची ही (अपूर्ण) यादी --
ए पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
ए.आय.एम. -असोशिएट इंडिजिनस मेडिसिन
एआय्‌‍आय्‌‍एल्‌‍एस्‌‍जी -ऑल इंडिया इन्स्टिट्यूट ऑफ लोकल सेल्फ गव्हर्नमेन्ट
एआयएसईसीटी -All India Society for Electronics & Computer Technology, भोपाळ
ए.आय.एस.एस.एम.एस. - ऑल इंडिया श्री शिवाजी मेमोरियल सोसायटी
ए.आय.यू. -असोसिएशन ऑफ इंडियन युनिव्हर्सिटीज
ए.आय.सी.टी.ई. -ऑल इंडिया काउन्सिल फॉर टेक्निकल एज्युकेशन
ए.आर.टी. -ॲन्टी रिट्रोव्हायरल थेरपी (एड्‌सच्या रोग्यांसाठी)चा औषधोपचार
ए.ए. -आयुर्वेदाचार्य
ए‍.ए. -आर्किटेक्चरल असिस्टन्टशिप (पदविका)
ए.एन.एम.-ऑक्झिलिअरी नर्सिंग ॲन्ड मिडवाइफरी
ए.एफ.एम.सी. - आर्म्ड फोर्सेस मेडिकल कॉलेज, पुणे
ए.एम.आय.ई. - असोशिएट मेंम्बर ऑफ दि इन्स्टिट्यूट ऑफ इंजिनिअर्स, इंडिया
ए‍एस्‌‍एम्‌‍ई - अमेरिकन इन्स्टिट्यूट ऑफ मेकॅनिकल इंजिनिअर्स
ए.एस.एम. -औद्योगिक शिक्षण मंडळ; असिस्टन्ट स्टेशन मास्टर
ए‍एस्‌‍एस्‌‍टी -असिस्टन्ट
ए.टी.के.टी. -अलाउड टु कीप टर्म्स(एखाद्या वर्गात नापास असूनही वरच्या वर्गात जाण्याची सवलत)
ए.एम.एस. -आयुर्वेदाचार्य विथ मेडिसिन ॲन्ड सर्जरी
ए.बी.एम. - ॲग्रि(कल्चरल) बिझिनेस मॅनेजमेन्ट
ए.बी.एम.एस. -आयुर्वेदाचार्य बॅचलर ऑफ मेडिसिन ॲन्ड सर्जरी
ए.व्ही. -आयुर्वेद विशारद
ए.व्ही.एम.एस. -आयुर्विज्ञानाचार्य विथ मेडिसिन ॲन्ड सर्जरी
ए.व्ही.पी. -आयुर्वेद पारंगत
ए.व्ही.व्ही.-आयुर्वेदाचार्य वैद्याचार्य विद्याविशारद
ए.सी.ए.आर.टी.एस.-ॲडव्हान्स्ड सेंटर फॉर आयुर्वेद रिसर्च, ट्रेनिंग ॲन्ड सर्व्हिसेस (बीवाय‍एल नायर हॉस्पिटल, मुंबई)

ऑटोकॅड -AutoCAD -ऑटोमोबाइल्स (ॲन्ड अदर) काँप्यूटर-एडेड डिझायनिंग
बी पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
बी. -बॅक्युलरेट (Baccalaureate) म्हणजे बॅचलर(ची पदवी)
बीआरएसीटी -बन्सीलाल रामनाथ आगरवाल चॅरिटेबल ट्रस्ट
बी आर्च. -बॅचलर ऑफ आर्किटेक्चर
बी.आय.एम.एस. -बॅचलर ऑफ इंडियन मेडिसिन ॲन्ड सर्जरी
बीआयओ. -बायॉलॉजी
बीआयटीई -ब्लॉक इन्स्टिट्यूट ऑफ टीचर एज्युकेशन (महाराष्ट्रातील आदिवासी आणि मुसलमान शिक्षकांना अध्यापन कौशल्य शिकविणारी संस्था)
बी.ई. - बॅचलर ऑफ एंजिनिअरिंग
बीईसी -बिझिनेस इंग्लिश सर्टिफिकेट (केंब्रिज विद्यापीठ)
बीईसीएच -बिझिनेस इंग्लिश सर्टिफिकेट हायर (केंब्रिज विद्यापीठ)
बी.ए. - बॅचलर ऑफ आर्ट्‌स
बार(Bar) ॲट लॉ -कायदा या विद्याशाखेची इंग्लंडमध्ये द्यावयाची बॅरिस्टरची परीक्षा (ही परीक्षा पास होणाऱ्याला त्याच्या नावाआधी बॅरिस्टर अशी उपाधी लावता येते).
बीएआर्‌‍टीआय (बार्टी) -डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर रिसर्च ॲन्ड ट्रेनिंग इन्स्टिट्यूट (संशोधन व प्रशिक्षण संस्था), पुणे
बी.ए.ईडी. -बॅचलर ऑफ ॲडल्ट एज्युकेशन
बी.ए.एम. -बॅचलर इन्‌ आयुर्वेदिक मेडिसिन
बी.ए.एम.एम.एस. -बॅचलर ऑफ आयुर्वेद विथ मॉडर्न मेडिसिन ॲन्ड सर्जरी
बी.ए.एम.एस. - बॅचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन ॲन्ड सर्जरी (आयुर्वेदातील पदवी)
बी.ए.एम.एस.(ए.एम.) - बॅचलर इन आल्टरनेटिव्ह मेडिकल सिस्टिम
बी.ए.एम. ॲन्ड एस. -बॅचर इन आयुर्वेदिक मेडिसिन ॲन्ड सर्जरी (ॲडव्हान्स्ड अभ्यासक्रम)
बी ए. एल. -बॅचलर ऑफ ॲकॅडेमिक लॉ
बी.एच.एम.एस.- बॅचलर ऑफ होमिओपॅथिक मेडिसिन ॲन्ड सर्जरी
बीएचएमसीटी -पुण्यातील टिळक विद्यापीठाची तसेच बिर्ला टेक्निकल इन्स्टिट्यूटची ’बॅचलर ऑफ हॉटेल मॅनेजेमेन्ट ॲन्ड केटरिंग टेक्नॉलॉजी’ ही डिग्री
बी.एच.यू.- बनारस हिंदू युनिव्हसिटी
बी.एजी. - बॅचलर ऑफ ॲग्रिकल्चर (शेतकीमधील पदवी)
बी.एड. -बॅचलर ऑफ एज्युकेशन
बी.एफ.ए.-बॅचलर ऑफ फ़ाइन आर्ट्‌स
बी.एम.सी. - बृहन्मुंबई महापालिका; भोपाळ म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन
बी एम.सी.सी. - बृहन्महाराष्ट्र कॉलेज ऑफ कॉमर्स, पुणे
बी.एस.ए.एम.-बॅचलर ऑफ शुद्ध आयुर्वेदिक मेडिसिन
बी.एस.एम.एस. - बॅचलर ऑफ सिद्ध मेडिसिन ॲन्ड सर्जन
बी.एस.एल. -बॅचलर ऑफ सोशो-लीगल सायन्सेस
बी.एस.एल. आय.टी. -बॅचलर ऑफ सोशो-लीगल सायन्सेस इन्फर्मेशन टेक्नॉलॉजी, चिखली रोड(पुणे)
बी.एस.एल. एलएल.बी -बॅचलर ऑफ सोशो-लीगल सायन्सेस ॲन्ड बॅचलर ऑफ लॉ
बी.एस.डब्ल्यू. -बॅचलर ऑफ सोशल वर्क
बी.एस्‌सी.-बॅचलर ऑफ सायन्स (विज्ञान विषयातील पदवी)
बी.एस्‌सी.(ॲग्री) - बॅचलर ऑफ ॲग्रिकल्चरल सायन्स (शेतीशास्त्रातील पदवी )
बी.एस्‌सी. एच.एस. -बी.एस्‌सी इन्‌ हॉस्पिटॅलिटी स्टडीज
बी.एस्‌सी.(एड). -बॅचलर ऑफ एज्युकेशनल सायन्स (शिक्षणशास्त्रातील पदवी)
बी.एस.सी.ओ.ई. - बॅचलर ऑफ सायन्स इन कॉम्प्युटर इंजिनिअरिंग (BSCoE)
बी.एस.सी.ओ.ई.- भैरवभाई सावंत कॉलेज ऑफ इंजिनिअरिंग (पुणे)
बी.ए.सी.डी. -बॅचलर इन्‌ काँप्युटर डिझायनिंग
बी.ओ.टी.एच. -बॅचलर ऑफ ऑक्युपेशनल थेरपी
बी.जे. -बॅचलर ऑफ जरनॅलिझम
बी.जे.पी.सी.- बैरामजी जीजीभॉय पार्शी चॅरिटेबल इन्स्टिट्यूशन (या संस्थेची मुंबईत चर्नी रोड स्टेशनसमोर एक शाळा आहे)
बी.जे. मेडिकल कॉलेज - बैरामजी जीजीभॉय मेडिकल कॉलेज, पुणे
बी.जे.लायब्ररी - पुण्यातील फर्ग्युसन कॉलेजात असलेले बाई जेरबाई ग्रंथालय
बी.टी. - बॅचलर ऑफ टीचिंग (शिक्षणशास्त्रातील पदवी)
बी.टेक. - बॅचलर्स डिग्री इन् टेक्नॉलॉजी
बी.डी.एस. - बॅचलर इन् डेन्टल सायन्स(दंतवैद्यकाची पदवी)
बी.पी.आय.टी.- भगवान परशुराम इन्स्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉनॉलॉजी (दिल्ली)
बी.पी.एड. -बॅचलर इन फिजिकल एज्युकेशन
बी.पी.एन.ए. -बॉम्बे प्रेसिडेन्सी नर्सिंग असोसिएशन (किंवा त्या संस्थेने दिलेली संपूर्ण जगात मान्यतापात्र अशी परिचारिकेची पदवी
बी.पी.टी. -बॅचलर ऑफ फिजिओथेरपी; बॉम्बे पोर्ट ट्रस्ट
बी.पी.टी.एच. -बॅचलर ऑफ फिजिओथेरपी
बी.फार्म.- बॅचलर्स डिग्री इन् फार्मसी
बी.फिस. -बॅचलर ऑफ फिजिओथेरपी
बी.बी.ए. बॅचलर ऑफ बिझिनेस ॲडमिनिस्ट्रेशन
बी.बी.एम. - बॅचलर इन् बिझिनेस मॅनेजमेन्ट
बी.बी.एम.(आय.बी.) बॅचलर इन् बिझिनेस मॅनेजमेन्ट(इंटरनॅशनल बिझिनेस)
बी.यू.एम.एस. - बॅचलर इन् युनानी मेडिसिन ॲन्ड सर्जरी
बी.लिब. -बॅचलर इन्‌ लायब्ररी सायन्स
बी.वाय.एल. -बाई यमुनाबाई लक्ष्मण(नायर चॅरिटेबल हॉस्पिटल, मुंबई)
बी.वाय.के. -भिकुसा यमासा क्षत्रिय (कॉमर्स कॉलेज, नाशिक)
बी.व्ही.एस्‌सी. -बॅचलर ऑफ व्हेटरिनरी सायन्स(पशुवैद्यकशास्त्रातील पदवी)
बी.सी. - बॅकवर्ड क्लास
बी.सी.ए.-बॅचलर ऑफ काँप्युटर ॲप्लिकेशन्स
बी.सी.एम.जे. - बॅचलर ऑफ मास कम्य़ुनिकेशन ॲन्ड जर्नॆलिझम
बी.सी.एस. - बॅचलर ऑफ कॉम्प्यूटर सायन्स (संगणकशास्त्रातील पदवी)
बी.सी.यू.डी. -बोर्ड ऑफ कॉलेजेस ॲन्ड युनिव्हर्सिटी डिपार्टमेन्ट (ऑफ पुणे य़ुनिव्हर्सिटी)
बीयू - बॉम्बे युनिव्हर्सिटी (मुंबई); बरकतुल्ला य़ुनिव्हर्सिटी (भोपाळ)
सी पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
सिस्को-CISCO(सिटी ऑफ सॅन फ्रॅन्सिस्को - एका जगप्रसिद्ध आंतरजालविषयक शिक्षण देणाऱ्या संस्थेचे नाव)
सी.आय.ई. - कंपॅनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ द इंडियन एम्पायर (Companion of the Order of the Indian Empire)
सीआयसीटीएबी (CICTAB) - सेंटर फॉर इंटरनॅशनल को-ऑपरेशन इन ॲग्रिकल्चरल बँकिंग
सी.ई.टी. - कॉमन एन्ट्रन्स टेस्ट (बारावीनंतर अभ्यासक्रमाच्या निवडीसाठी द्यावी लागणारी सामाईक परीक्षा); सेन्ट्रलाइझ्ड एक्झॅमिनेशन टेस्ट (डीएनबी कोर्सेससाठी)
सीईएल‌टीए (CELTA) -सर्टिफिकेट ऑफ इंग्लिश लॅन्ग्वेज टीचिंग टु ॲडल्ट्स (केंब्रिज विद्यापीठाचा कोर्स)
सीईटीएस्‌‍एस. - (डीएनबी ची) सेन्ट्रलाइझ्ड एक्झॅमिनेशन टेस्ट फॉर सुपर स्पेशालिटी (मेडिकल कोर्सेस)
सी.ए. - चार्टर्ड अकाउंटन्ट
सीएच्‌एम. -केमिस्ट्री
सी.एच.एन. -सर्टिफिकेट इन्‌ होम नर्सिंग
सी.ए.टी.(कॅट)- (यूजीसी’ची) कमिटी फॉर ॲक्रेडिटेशन ऑफ टेस्ट; काँप्यूटर-एडेड टेक्नॉलॉजी
सीएडी/सीएएम (कॅड/कॅम) काँप्यूटर-एडेड डिझाइन ॲन्ड मॅन्युफॅक्चरिंग
सीएडी -(कॅड) -काँप्यूटर-एडेड डिझाइन
सी.एम.ई. -कॉलेज ऑफ मिलिटरी एंजिनिअरिंग, खडकी(पुणे)
सी.एम.ईडी. -कॅरॉलिन मिस्स एज्युकेशन इन्स्टिट्यूट (ऑफ मिस्टिक सायन्सेस), हैदराबाद(आंध्र प्रदेश)
सी‍एम्‌एटी - कॉमन मॅनेजमेन्ट ॲडमिशन टेस्ट
सीएमजे -चंद्र मोहन झा युनिव्हर्सिटी, शिलाँग (मेघालय) एक खासगी विद्यापीठ. या विद्यापीठाने एका वर्षात पीएच.डी.च्या ४३०हून अधिक बोगस पदव्या दिल्या. या बोगस पदव्या घेणारे महाराष्ट्रात १००हून अधिक प्राध्यापक आहेत.
सी.एस.आय.आर. -काउन्सिल ऑफ सायंटिफिक ॲन्ड इंडस्ट्रियल रिसर्च
सी.एस.आय.टी. -कॉलेज ऑफ कॉमर्स, सायन्स
सी.एस.ई.डी - सेंटर फॉर एज्युकेशन ॲन्ड सोशल डेव्हलपमेंट (पुणे)
सी.एस.ए.टी. (सी-सॅट)-सिव्हिल सर्विसेस ॲप्टिट्यूड टेस्ट (यू.पी.एस.सी. परीक्षेची पूर्वपरीक्षा)
सी.ए. सी.पी.टी.- चार्टर्ड अकाउंटन्ट्सच्या अभ्यासक्रमासाठीची कॉमन प्रॉफिशियन्सी टेस्ट (पहिली परीक्षा., दुसरी परीक्षा -IPCC/IPCE)
सीऒई - कॉलेज ऑफ एंजिनिअरिंग
सी.ओ.ई.टी.- कॉलेज ऑफ एंजिनिअरिंग ॲन्ड टेक्नॉलॉजी, पुणे
सी.ओ.ई.पी. - कॉलेज ऑफ एंजिनिअरिंग पुणे
सीओएम. -कॉमर्स
सीकेटी - चांगू काना ठाकूर (शाळा-कॉलेज, पनवेल)
सीपीई -कॉलेज विथ पोटेन्शिअल फॉर एक्सलन्स
सी.पी.एड. - सर्टिफिकेट कोर्स इन् फिजिकल एज्युकेशन
सी.पी'एस.ए - (डिप्लोमा इन) काँप्युटर प्रोग्रॅमिंग ॲन्ड सिस्टिम्स ॲनॅलिसिस (सिंबॉयसिस, पुणे)
सी.पी.टी. - कॉमन प्रोफिशियन्सी टेस्ट
सी.बी.आय.टी. -चैतन्य भारती इन्स्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी, हैदराबाद
सी.बी.एस.ई - सेन्ट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एज्युकेशन
सीव्हीआरयू -डॉ. सी.व्ही. रामन युनिव्हर्सिटी, विलासपूर (छत्तीसगड)
सी.सी.आय.ई. - सिस्को सर्टिफाइड इन्टरनेट एक्सपर्ट
सी.सी.आय.ए. -सर्टिफाइड कोर्स इन इंडस्ट्रियल अकाउंटिंग
सी.सी.आय.एम.-सेन्ट्रल काउन्सिल ऑफ इंडियन मेडिसिन
सी.सी.ई. - कंटीन्युअस काँप्रेहेन्सिव्ह एज्युकेशन
सी.सी.एआर. - सिस्को सर्टिफाइड आर्किटेक्ट
सी.बी.एस.ई. -सेन्ट्रल बोर्ड ऑफ स्कूल एज्युकेशन
सी.सी.एन.ए.‌ - सिस्को सर्टिफाइड नेटवर्क असोसिएशन
सी.सी.एन.पी.‌ - सिस्को सर्टिफाइड नेटवर्क प्रोफेशनल
सी.सी.एस. -सर्टिफिकेट इन्‌ सायबर सिक्युरिटी
सी.सी.टी.एस. - सिस्को सर्टिफाइड टेक्नॉलॉजी स्पेशालिस्ट
सी.सी.डी.ई. - सिस्को सर्टिफाइड डिझाइन एक्सपर्ट
सी.सी.डी.पी. - सिस्को सर्टिफाइड डिझाइन प्रोफेशनल
सी.सी.सी. - सर्टिफिकेट इन्‌ कन्झ्यूमर कन्सल्टन्सी
डी पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
डिप्.लिब् - डिप्लोमा इन् लायब्ररी सायन्स(ग्रंथपालन)
डी.आय.एम.-डिप्लोमा इन्‌ इंडिजिनस मेडिसिन
डी.आय.एम.एस. -डिप्लोमा इन्‌ इंडिजिनस मेडिसिन ॲन्ड सर्जरी
डी.आय.सी. -बायो-इन्फॉरमॅटिक सेंटर, पुणे विद्यापीठ
डीआर -डॉक्टर(आर्‌नंतर पूर्णविराम नको!)
डी.ई.एस. - डेक्कन एज्युकेशन सोसायटी(या सोसायटीच्या पुण्यात शाळा, तसेच पुणे, मुंबई आणि सांगलीत कॉलेजे आहेत.)
डी.ए.एम. -डिप्लोमा इन्‌ आयुर्वेदिक मेडिसिन
डी.ए.एम.एस. -डिप्लोमा इन्‌ आयुर्वेदिक मेडिसिन ॲन्ड सर्जरी
डी.ए.एस.एफ़. -फॅकल्टी डिप्लोमा इन आय़ुर्वेद ॲन्ड सर्जरी (हा डिप्लोमा युनिव्हर्सिटी देत नसून तो मुंबई येथील आयुर्वेद फॅकल्टी देत असे).
डी.एच.एम.एस. -डिप्लोमा इन्‌ होमिओपॅथिक मेडिकल सायन्स
डी.एच.एम.एस. -डिप्लोमा इन्‌ होमिओपॅथिक मेडिसिन ॲन्ड सर्जरी
डी.एच.एम.सी.टी. -डिप्लोमा इन्‌ हॉटेल मॅनेजमेन्ट ॲन्ड केटरिंग टेक्नॉलॉजी
डी.एड. - डिप्लोमा इन् एज्युकेशन (प्राथमिक शिक्षकाची पदविका)
डीएन्‌‍बी -डिप्लोमेट ऑफ दि नॅशनल बोर्ड (ऑफ मेडिकल ए़क्झॅमिनेशन्स), नवी दिल्ली; (’एफ्‌एन्‌बी’शी समकक्ष)
डीएन्‌‍बी (आर्‌ईएस्‌पी एम्‌‍ईडी) -डिप्लोमेट ऑफ दि नॅशनल बोर्ड (इन रेस्पिरेटरी मेडिसिन्स)
डीएन्‌‍बी सीएटी -डिप्लोमेट ऑफ दि नॅशनल बोर्ड्‌ज सेन्ट्रलाइझ्ड एक्झॅमिनेशन टेस्ट
डीएन्‌बी पीडीसीईटी -डिप्लोमेट ऑफ दि नॅशनल बोर्ड्‌ज पोस्ट डिप्लोमा सेन्ट्रलाइझ्ड एक्झॅमिनेशन टेस्ट
डी.एम. - खास विषयाच्या अभ्यासानंतर मिळणारी एम.डी.नंतरची वैद्यकीय पदवी
डी.एम.ई.- डिप्लोमा इन् मेकॅनिकल एंजिनिअरिंग
डी.एम.ए. -डिप्लोमा इन्‌ मल्टिमीडिया ॲन्ड ॲनिमेशन
डी.एम./एम.सीएच -सुपरस्पेशल एम.डी/मास्टर इन्‌ चिरुगिकल(सर्जरी)
डी.ए.वाय.एम. -डॉक्टर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन्स
डी.एल.एल. ॲन्ड एल.डब्ल्यू. -डिप्लोमा इन्‌ लेबर लॉ ॲन्ड लेबर वेलफेअर
डी.एस.ए.सी. -डॉक्टर ऑफ शुद्ध आयुर्वेद; डीन्स स्ट्यूडन्ट ॲडमिशन कमिटी; (कोर्स फॉर द)डॉक्टर्स फॉर सेक्श्युअल ॲब्यूज केअर
डी.एस्‌सी.- डॉक्टर ऑफ सायन्स (स्वतंत्रपणे संशोधन केल्यावर मिळणारी पदवी)
डी.ओ. -डॉक्टर ऑफ ऑस्टिओपॅथिक मेडिसिन. इंग्लंड-अमेरिकेतील ही पदवी भारताच्या एम.बी.बी.एस.ला समकक्ष असते.
डी.जी. -डायरेक्टर जनरल
डी.जी.ॲन्ड डी. -डिप्लोमा इन्‌ ग्राफिक ॲन्ड डिझायनिंग
डी.जी.ओ. - डिप्लोमा इन गायनेकॉलॉजी ॲन्ड ऑब्स्टेरिक्स
डी.डब्ल्यू.डी.डी.-डिप्लोमा इन्‌ वेब डिझायनिंग ॲन्ड डेव्हलपिंग
डी.पी.एड. - डिप्लोमा इन् फिजिकल एज्युकेशन
डी.टी.- डीनोटिफाइड ट्राइब्ज
डी.टी.ई. -डिप्लोमा इन्‌ टेलिकम्युनिकेशन एंजिनिअरिंग
डी.टी.एड. -डिप्लोमा इन्‌ टीचर एज्युकेशन(प्राथमिक शाळेतील शिक्षकाची पदविका)
डी.टी.पी. -डेस्क टॉप पब्लिशिंग
डी.डी.ओ.ए. -डिप्लोमा इन्‌ डिझायनिंग ॲन्ड ऑफिस ऑटोमेशन
डी.डी.टी.पी. -डिप्लोमा इन्‌ डेस्कटॉप पब्लिशिंग
डी.पी.एड. -डिप्लोमा इन फिजिकल एज्युकेशन
डी.पी.एम. -डिप्लोमा इन्‌ सायकॉलॉजिकल मेडिसिन (मुंबई विद्यापीठ)
डी.पी.एस. -दिल्ली पब्लिक स्कूल
डी.यू.एम.एस. -डिप्लोमा इन्‌ युनानी मेडिसिन ॲन्ड सर्जरी
डी.लिट. -डॉक्टर ऑफ लिटरेचर (एक केवळ मानाची पदवी)
डी.वाय.पाटील - ज्ञानदेव यशवंतराव पाटील (अनेक शिक्षणसंस्थांचे मालक)
डी.सी.ई. -डिप्लोमा इन्‌ सिव्हिल इंजिनिअरिंग
डी.सी.डब्ल्यू.डी. -डिप्लोमा कोर्स इन्‌ वेबपेज डिझायनिंग
ई पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
ई.एल.एस.पी. -इमर्जिंग लीडर्स फॉर सोशल प्रॉफिट (सकाळ वृत्तपत्र चालवीत असलेला एक अभ्यासक्रम)
ई.एल.पी. -इमर्जिंग लीडर्स प्रोग्रॅम (सकाळ वृत्तपत्र चालवीत असलेला एक अभ्यासक्रम)
ईटी‍एस -एज्युकेशन टेस्टिंग सर्व्हिस (बोर्ड, अमेरिका)
ई.बी.सी. - इकॉनॉमिकली बॅकवर्ड क्लास
ई.सी.ई. -इलेक्ट्रिकल कम्युनिकेशन इंजिनिअरिंग
एफ पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
एफआयएजीईएस - फेलोशिप कोर्स ऑफ इंडियन असोसिएशन ऑफ गॅस्ट्रोइन्टेस्टायनल एन्डो सर्जन्स
एफ.आय.एम. -फेलो ऑफ इंडिजिनस मेडिसिन
एफ.आय.पी.एस. -फेलो ऑफ सायकियाट्रिक सोसायटी (इंडिया)
एफ.आय.सी.एस.- -फेलो ऑफ दि इंटरनॅशनल कॉलेज ऑफ सर्जन्स
एफ.आय.सी.जी. -फेलो ऑफ दि इंडियन कॉलेज ऑफ जेरॉन्टॉलॉजी (मुंबई)
एफआर -फादर (कॉन्व्हेन्ट शाळेचे मुख्याध्यापक)
एफ.आर.एच.एस. -फेलो ऑफ द रॉयल होमिओपॅथिक सोसायटी
एफ.आर.सी.एस. -फ़ेलो ऑफ द रॉयल कॉलेज ऑफ सर्जन्स, इंग्लंड
एफ.आर.सी.पी. - फेलो ऑफ द रॉयल सोसायटी ऑफ फिजिशियन्स (लंडनमधून घ्यावी लागणारी एक उच्च डॉक्टरी पदवी)
एफ्‌एन्‌बी -फेलो ऑफ द नॅशनल बोर्ड (ऑफ मेडिकल एक्झॅमिनेशन्स, नवी दिल्ली). ’डीएन्‌बी’शी समकक्ष
एफ्‌एन्‌बीएस - (नवी दिल्लीच्या एन्‌बीई मधून झालेला) फेलो ऑफ द नॅशनल बोर्ड (स्पेशालिटीज)
एफएफ - फ्रीडम फायटर्स (स्वातंत्र्य संग्राम सैनिक)
एफ.एफ.ए.एम. -फेलो ऑफ द फॅकल्टी ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन.
एफ.एफ.एफ.बी.एम.एस. -फॉरेन फॅकल्टी फेलो इन बेसिक मेडिकल सायन्सेस (मेडिकल युनिव्हर्सिटी ऑफ साउथ कॅरॉलिना,अमेरिका)
एफ्एम्‌‍ए‍एस -फेलोशिप इन मिनिमल ॲसेस सर्जरी
एफ्.एम्.जी. -फॉरेन मेडिकल ग्रॅज्युएट
एफ.एस.सी.ए.आय. -फेलो ऑफ दि सोसायटी फॉर कार्डिओव्हॅस्क्युलर अँजिओग्राफी ॲन्ड इम्व्हेन्शन्स
एफ.टी.टी.आय. -फिल्म ॲन्ड टेलिव्हिजन इन्स्टिट्यूट ऑफ इंडिया(पुणे)
एफ.डी.ई. - फॅकल्टी ऑफ डिस्टन्स एज्युकेशन
एफ.बी.एम.एस.-फ़ाजिल-उल-तिब बॅचलर ऑफ मेडिसिन ॲन्ड सर्जरी
एफ.बी.टी. -फायनॅन्शियल बिझिनेस ट्रेनिंग
एफ.वाय. - फर्स्ट इयर(कॉलेजमधील चार-वर्षीय पदवी किंवा तीन-वर्षीय पदवी अभ्यासक्रमाचे पहिले वर्ष)(पूर्वीची इयत्ता बारावी आताची तेरावी)
एफ.वाय.जे.सी.- (फर्स्ट ईयर जेसी) ज्य़ुनियल कॉलेजातले फर्स्ट ईयर
एफसी - फर्ग्युसन कॉलेज (पुणे)
जी पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
जी.आर. -गजरा राजा (मेडिकल कॉलेज, ग्वाल्हेर)
जीआरई -ग्रॅज्युएट रेकॉर्ड एक्झॅमिनेशन्स
जी.ए.- गृहीतागमा ( हिंगणे स्त्री शिक्षण संस्थेची पदवी)
जी.ए.एम.एस.-ग्रॅज्युएट इन्‌ आयुर्वेदिक मेडिसिन ॲन्ड सर्जरी
जीएटी - ग्रॅज्युएट ॲप्टिट्यूड टेस्ट इन इंजिनिअरिंग
जी.ए.डी.एस.एस. -गुजरात आयुर्वेदिक डॉक्टर्स संकलन समिती
जी.एन.एम. -जनरल नर्सिंग ॲन्ड मिडवाइफरी
जी.एन. सपकाळ -गंभीरराव नातुबा सपकाळ (इंजिनियरिंग कॉलेज, नाशिक)
जी.एफ.ए.एम. - ग्रॅज्युएट इन् द फॅकल्टी ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन (ही पदवी युनिव्हर्सिटी देत नसून ती मुंबई येथील आयुर्वेद फॅकल्टी देत असे).
जीएमसी -गांधी मेडिकल कॉलेज (भोपाळ)
जी.एस.कॉमर्स कॉलेज -गोविंदराम सकसेरिया कॉमर्स महाविद्यालये (नागपूर, जबलपूर, वर्धा).
जी.एस.मेडिकल कॉलेज - सेठ गोरधनदास सुंदरदास मेडिकल कॉलेज (के.ई.एम. हॉस्पिटलशी संलग्न), मुंबई
जी.एस. रायसोनी - ग्यानचंद हिराचंद रायसोनी (इंजिनिअरिंग आणि इतर महाविद्यालये)
जी.जी.एस.आय.पी.यू. - गुरु गोबिंद सिंग इंद्र प्रस्थ युनिव्हर्सिटी (दिल्ली)
जीडी - ग्रुप डिस्कशन
जी.डी.आर्ट - गवर्न्मेन्ट डिप्लोमा इन् आर्ट (चित्रकला, मूर्तिकला आदी शास्त्रातली पदविका)
जी.डी. पोळ -डॉ. गजानन डी. पोळ (प्रतिष्ठान, नवी मुंबई. जुने नाव Yerala Medical Trust and Research Centre)
जी.पी. - जनरल प्रॅक्टिशनर (डॉक्टर)
जी.पी.आय.एम. -ग्रॅज्युएट ऑफ हाय प्रोफिशिएन्सी इन्‌ इंडिजिनस मेडिसिन
जी‍एमएटी (जीमॅट) -ग्रॅजुएट मॅनेजमेन्ट ॲडमिशन टेस्ट
जी.यू.एम.एस. -ग्रॅज्युएट इन्‌ युनानी मेडिसिन ॲन्ड सर्जरी
जी.सी.ए.एम. -ग्रॅज्युएट ऑफ द कॉलेज ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन
जी.सी.आय.एम. -ग्रॅज्युएट ऑफ द कॉलेज ऑफ इंडिजिनस मेडिसिन; गव्हर्नमेन्ट कॉलेज ऑफ इंडियन मेडिसिन, मद्रास.
जी.सी.यू.एम. -ग्रॅज्युएट ऑफ द कॉलेज ऑफ युनानी मेडिसिन
जी.सी.सी. - गव्हर्नमेन्ट कमर्शियल सर्टिफिकेट (महाराष्ट्र सरकारची टंकलेखनाची परीक्षा)
जी.सी.डी. - गव्हर्नमेन्ट कमर्शियल डिप्लोमा
एच पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
एचआर. -ह्युमन रिलेशन्स(संबंधीचा अभ्यासक्रम)
एच.ए.स्कूल -हिंदुस्थान ॲन्टिबायोटिक्स स्कूल (पिंपरी-पुणे)
एच.एम. -हेड मास्तर (मुख्याध्यापक, मुख्य गुरुजी, मोठे गुरुजी, हेड गुरुजी)
एच.एस. - हायस्कूल (माध्यमिक शाळा); हायर सेकंडरी
एच.एस.सी. - हायर सेकंडरी स्कूल (उच्च माध्यमिक शाळा) किंवा त्या अभ्यासक्रमानंतरची परीक्षा
एच.ओ. - हेड ऑफिस
एच.ओ.डी. -हेड ऑफ दि डिपार्टमेन्ट
एच.टी.एम.एल. -हायपर-टेक्स्ट मार्क-अप लँगवेज
एच.पी.ए. -हायर प्रोफिशिएन्सी इन्‌ आयुर्वेद
एच.पी.टी.आर. वाय. के. - हंसराज प्रागजी ठाकरसी (आर्ट्‌स) कॉलेज, रावजीसा यमासा क्षत्रिय (सायन्स) कॉलेज, नाशिक
आय पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
आय.आय.एस्‌सी. -इंडियन इन्स्टिट्यूट ऑफ सायन्स, बेंगलोर
आय.आय.बी.आर. -इन्स्टिट्यूट ऑफ इंटरनॅशनल बिझिनेस ॲन्ड रिसर्च, पिंपरी
आयईईई -इन्स्टिट्यूट ऑफ इलेक्टिकल ॲन्ड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजिनिअर्स(न्यू यॉर्क)
आयईएलटीएस -इंटरनॅशनल इंग्लिश लॅन्ग्वेज टेस्टिंग सिस्टिम (केंब्रिज विद्यापीठ)
आय.ई एस. -इंडियन इकॉनॉमिक सर्व्हिसची परीक्षा
आयएएनटी -इन्स्टिट्यूट ऑफ ॲडव्हान्स्ड नेटवर्क टेक्नॉलॉजी (बडोदा, अहमदाबाद, वगैरे)
आय.ए.एल.एस. -इन्स्टिट्यूट ऑफ ॲडव्हान्स्ड लीगल स्टडीज
आय.ए.एस. - इंडियन ॲडमिनिस्ट्रेटिव्ह सर्व्हिसची पदवी/ परीक्षा
आय्‌एन्‌एओ -इंडियन नॅशनल ॲस्ट्रॉनॉमी ऑलिम्पियाड (चाचणी परीक्षा)
आय्‌एन्‌एम्‌ओ -इंडियन नॅशनल मॅथेमॅटिक्स ऑलिम्पियाड (चाचणी परीक्षा)
आय्‌एन्‌एस शिवाजी -इंडियन नेव्हल शिप शिवाजी (लोणावळा)
आय्‌एन्‌टीईआर (इंटर)- इंटरमीजिएट (चार वर्षाच्या पदवी अभ्यासक्रमातले प्रीव्हियसनंतरचे दुसरे वर्ष-हल्लीची बारावी)
आय.एन.सी. -इंडियन नर्सिंग काउन्सिल
आय्‌एन्‌सी‍एच्‌ओ -इंडियन नॅशनल केमिस्ट्री ऑलिम्पियाड (चाचणी परीक्षा)
आय.ए.पी.-इंडियन असोसिएशन ऑफ पेडियाट्रिक्स
आयएफएफसीओ -IFFCO -इंडियन फार्मर्स फर्टिलायझर को-ऑपरेटिव्ह लिमिटेड, नवी दिल्ली. (ही संस्था सहकारी क्षेत्राचे शिक्षण घेणाऱ्या विद्यार्थ्यांना पाठवृत्ती देते.)
आय.एफ.एम. -इन्स्टिट्यूट ऑफ फायनॅन्स ॲन्ड मॅनेजमेन्ट
आय.एफ.एस. - इंडियन फॉरेन सर्व्हिसची पदवी
आय.एम.डी.आर. -इन्स्टिट्यूट ऑफ मॅनेजमेन्ट डेव्हलपमेन्ट ॲन्ड रिसर्च (डेक्कन एज्युकेशन सोसायटीची पुणे विद्यापीठाशी संलग्न नसलेली संस्था)
आय.एम.बी.आर.-इन्स्टिट्यूट ऑफ बिझिनेस मॅनेजमेन्ट ॲन्‍ड रिसर्च, वाकड(पुणे)
आय.एम.सी. - इंडियन मेडिकल काउन्सिल
आय.एल.एस. -इंडियन लॉ सोसायटी (पुणे शहरातील लॉ कॉलेजची सोसायटी)
आय.एस.ई.ई.टी. -इंडियन सायन्स इंजिनिअरिंग एलिजिबिलिटी टेस्ट
आय.एस.टी.ई. -इंडियन सोसायटी फॉर टेक्निकल एज्युकेशन
आय.एल.एस. -इंडियन लॉ सोसायटी(चे पुण्यातील लॉ कॉलेज)
आय.जी.आर.एम.एस. -इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय, भोपाळ
आय.जी.एन.ओ.यू.(IGNOU) (इग्नू) - इंदिरा गांधी नॅशनल ओपन युनिव्हर्सिटी, नवी दिल्ली
आय.जी.एन.ओ.यू. सीईई -इग्नू सेंटर फॉर एक्सटेन्शन एज्युकेशन
आय.पी.जी.टी.आर. -इन्स्टिट्यूट ऑफ टीचिंग ॲन्ड रिसर्च (इन्‌ आयुर्वेद), गुजराथ
आय.बी.पी.एस. -इन्स्टिट्यूट ऑफ बँकिंग पर्सोनेल सिलेक्शन
आय.सी. एस.- इंडियन सिव्हिल सर्व्हिसची पदवी/परीक्षा
आय.पी.ए. - दि इन्स्टिट्यूट ऑफ पब्लिक अकाउंट्स
आय.पी.एस. - इंडियन पोलीस सर्व्हिसची पदवी /परीक्षा
आय.टी. - इन्फर्मेशन टेक्नॉलॉजी(माहिती तंत्रज्ञान)
आय.टी.ए.पी -इन्स्टिट्यूट ऑफ टॅक्सेशन ॲन्ड अकाउंटिंग प्रोफेशनल्स
आय‌‍टीसी-एस्‌‍आर्‌‍ए -इंपीरियल/इंडियन टोबॅको कंपनी (लिमिटेडची) संगीत रिसर्च ॲकॅडमी
आय.डी.ए. - इंडियन डायेटिक असोसिएशन
आय.बी. - इंटरनॅशनल बिझिनेस
आय.पी.ए.-इडियन
आय.पी.सी.सी. -इंटिग्रेटेड प्रोफेशनल कॉम्पिटन्स कोर्स/परीक्षा: भावी चार्टर्ड अकाउंटन्ट्‌सना आर्टिकलशिप करण्यापूर्वी द्यावी लागणारी दुसरी परीक्षा(पहिलीCAPTC)
आय.यू.सी.ए.ए.(आयुका) -इंटर युनिव्हर्सिटी सेन्टर फॉर ॲस्ट्रॉनॉमी ॲन्ड ॲस्ट्रॉफिजिक्स (पुणे विद्यापीठपरिसरातील एक संस्था)
आय.व्ही.आर.आय. -इंडियन व्हेटरिनरी रिसर्च इन्स्टिट्यूट
आय.सी.एस.-इंडियन सिव्हिल सर्व्हिसची पदवी/परीक्षा (ही परीक्षा इंग्लंडमध्ये होत असे.)
आय.सी.ए.आय. -इन्स्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंट्‌स ऑफ इंडिया
आयसीएफएआय (Institute of Chartered Financial Analysts of India) विद्यापीठ, हैदराबाद, निगडी (पुणे)
आय.सी.एम.आर. -इंडियन काउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च
आय.सी.एस.ई. - इंडियन काउन्सिल ऑफ सेकंडरी एक्झॅमिनेशन
जे पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
जेआयपीएमईआर -जवाहरलाल इन्स्टिट्यूट ऑफ पोस्टग्रॅज्युएट मेडिकल एज्युकेशन ॲन्ड रिसर्च
जेआर -ज्युनियर
जे‍एसपी‍एम - जयवंत शिक्षण प्रसारक मंडळ, ताथवडे (पुणे)
जीईई - जॉइन्ट एन्ट्रन्स एक्झॅमिनेशन
जे एन.यू. - जवाहरलाल नेहरू युनिव्हर्सिटी; जयपूर नॅशनल युनिव्हर्सिटी
जे.जे. स्कूल ऑफ आर्ट ॲन्ड आर्किटेक्चर - जमशेटजी जीजीभॉय कलाशाळा, मुंबई
जे.जे. हॉस्पिटल - जमशेटजी जीजीभॉय सरकारी रुग्णालय, मुंबई
जी.डी.सी. बिटको आय.एम.एस.आर. - जयराम डाह्या चौहान (बिटको) इन्स्टिट्यूट ऑफ मॅनेजमेन्ट स्टडीज ॲन्ड रिसर्च (नासिक)
जेपीटी - जॉइन्ट प्रॉफिशिएन्सी टेस्ट
जे.सी. - ज्यूनियर कॉलेज
के पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
के.ई.ए.एम. -केरळ इन्जिनिअरिंग ॲग्रिकल्चर मेडिकल (डिग्री परीक्षा)
के.ई.एम. - किंग एडवर्ड मेमोरियल(हॉस्पिटल-जी.एस.मेडिकल कॉलेजशी संलग्न)
के.के. वाघ -कर्मवीर काकासाहेब वाघ (इंजिनिअरिंग कॉलेज, नाशिक)
केजी -किंडरगार्टन किंवा किंडरगार्टनचा (शिशु)वर्ग (पहा : एलकेजी, यूकेजी, जेआरकेजी, एस‍आरकेजी)
के.टी.एच.एम -(K.R.T.आर्ट्‌स, B.H.कॉमर्स आणि A.M. सायन्स कॉलेज)
के.पी.एस.व्ही.एस. - कलमातड पूज्य श्री वीरकृपा शिवाचार्य (आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज, मानवी-जिल्हा, रायचूर, कर्नाटक)
के.सी.ई.एस. -खानदेश कॉलेज एज्युकेशन सोसायटी, जळगांव
एल पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
एल.आय.एम. -लायसेन्शिएट ऑफ इंडियन/इंडिजिनस मेडिसिन
एल.ए.एम.एस. -लायसेन्शियेट इन्‌ आयुर्वेदिक मेडिसिन अॅन्ड सर्जरी
एल.एच.व्ही. -लेडी हेल्थ व्हिजिटर
एमएटीएचएस. -मॅथेमॅटिक्स
एलएनसीटी -लक्ष्मी नारायण कॉलेज ऑफ टेक्नॉलॉजी, भोपाळ-इंदूर-जबलपूर, वगैरे.
एल.ए.पी. -लायसेन्शियेट आयुर्वेदिक प्रॅक्टिशनर
एल.एम.एस. -लायसेन्शिएट इन आयुर्वेदिक मेडिसिन अॅन्ड सर्जरी
एल.एम.आय.एस.टी.ई - लाईफ मेंबर ऑफ इंडियन सोसायटी फॉर टेक्निकल एज्युकेशन
एल्‌एल.एम. - मास्टर ऑफ लॉज (कायदेशास्त्राची मास्टरची पदवी)
एल्‌एल.बी - बॅचलर ऑफ लॉज (कायदेशास्त्रातील पदवी)
एल्‌टीएम मेडिकल कॉलेज -लोकमान्य टिळक म्युनिसिपल मेडिकल कॉलेज, सायन(मुंबई). (सायन हॉस्पिटलचे मेडिकल कॉलेज म्हणून परिचित)
एल.यू.एम.एस.-लायसन्शिएट इन्‌ युनानी मेडिसिन अॅन्ड सर्जरी
एल.सी.पी.एस.- लायसिन्शिएट सर्टिफाइड फिजिशियन अॅन्ड सर्जन (इ.स. १९८०पर्यंत भारतातील एक वैद्यकीय अभ्यासक्रम आणि त्यानंतर मिळणारी डॉक्टरी पदवी)
एम पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
एम.आय.टी.- महाराष्ट्र इन्स्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी, कोथरूड(पुणे); मद्रास इन्स्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी; मॅसॅच्युसेट्‌स इन्स्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी(अमेरिका)
एम‍आयटीसीओएन -(मिट्कॉन) मार्केटिंग, इन्फर्मेशन, ट्रेनिंग, कन्सल्टिंग (एज्युकेशनल इन्स्टिट्यूशन)
एम.ई. - मास्टर ऑफ एंजिनिअरिंग
एम.ई.एस. - महाराष्ट्र एज्युकेशन सोसायटी (पुण्यात या सोसायटीच्या भावे स्कूल व रेणुका स्वरूप या शाळा, आणि गरवारे कॉलेज आहे.)
एम.ई.टी. - महाराष्ट्र इंजिनिअरिंग कॉलेज ऑफ टेक्नॉलॉजी, पुणे; मेडिकल एन्ट्रन्स एक्झॅमिनेशन, महाराष्ट्र; (शिक्षकाच्या नोकरीसाठी महाराष्ट्रात द्यावी लागणारी) मिनी एन्ट्रन्स टेस्ट
एम.ई.(टी ॲन्ड सी) -मास्टर ऑफ एन्जिनिअरिंग(इलेक्ट्रिकल ॲन्‍ड टेलिकम्युनिकेशन)
एमईसीटीए (मेक्टा)-महाराष्ट् इंजिनिअरिंग कॉलेज टीचर्स असोसिएशन
एम.ए. - मास्टर ऑफ आर्ट्‌स
एम.ए.ई.ई.आर. - महाराष्ट्र ॲकॅडमी ऑफ इंजिनिअरिंग ॲन्ड एज्युकेशनल रिसर्च (MAEER-माईर, पुणे) (डॉ. विश्वनाथ कराड यांची संस्था)
एमए‌एन्आयटी (मॅनिट) - मौलाना आझाद नॅशनल इन्स्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी (भोपाळ)
एम.ए.एस.एफ. -मेंबर ऑफ द आयुर्वेदिक स्टेट फॅकल्टी
एम.एच.ए. -मास्टर इन्‌ हॉस्पिटल ॲडमिनिस्ट्रेशन
एम्‌एटीआर्‌आय्‌‍सी (मॅट्रिक)-मॅट्रिक्युलेशन, पूर्वीची शाळेतील इंग्रजी सातवीची परीक्षा(ही परीक्षा विद्यापीठ घेत असे.)
एम.एड. - मास्टर ऑफ एज्युकेशन(शिक्षणशास्त्रातील मास्टरची पदवी)
एम.एन.सी. -महाराष्ट्र नर्सिंग काउन्सिल
एम.एफ.ए.एम. -मेंबर ऑफ द फॅकल्टी ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन
एम.एम.एम.-मास्टर ऑफ मार्केट मॅनेजमेन्ट
एम.एम.एम.सी. -मराठवाडा मित्र मंडळ कॉमर्स कॉलेज
एम.एल डहाणूकर कॉलेज -महादेव लक्ष्मण डहाणूकर कॉलेज (विले पार्ले, मुंबई); डहाणूकर कॉलेज, पार्ले टिळक कॉमर्स कॉलेज
एम.एस.- मास्टर ऑफ सर्जरी (शल्यविद्येची मास्टरची पदवी)
एम.एस.आर.व्ही.व्ही.पी. - महर्षि सांदीपनी राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान (उज्जैन)
एम.एस.(एवाय.) -मास्टर ऑफ सर्जरी(आयुर्वेद)
एम.एस.जी.कॉलेज -महाराजा सयाजीराव गायकवाड महाविद्यालय (मालेगाव कॅम्प-नाशिक जिल्हा)
एम.एस.डब्ल्यू -मास्टर ऑफ सोशल वर्क
एम.एस.बी.टी.ई. -महाराष्ट्र स्टेट बोर्ड ऑफ टेक्निकल एज्युकेशन
एम.एस.सी.आय.टी. - महाराष्ट्र स्टेट सर्टिफिकेट इन्‌ इन्फर्मेशन टेक्नॉलॉजी
एम.एस्‌सी. -मास्टर ऑफ सायन्स
एम.एस.युनिव्हर्सिटी - महाराजा सयाजीराव युनिव्हर्सिटी (बडौदा)
एम्‌एसीटी - मौलाना आझाद कॉलेज ऑफ टेक्नॉलॉजी ( एम्‌ए‌एन्‌आय्‌टी (मॅनिट)चे जुने नाव)
एम.कॉम. - मास्टर ऑफ कॉमर्स
एमकेसीएल - महाराष्ट्र नॉलेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड
एम.जी.आर. -मरुतुर गोपालन रामचंद्रन (या नावाच्या अनेक शिक्षणसंस्था तमिळनाडूमध्ये आहेत).
एमजीएम -महात्मागांधी मिशन किंवा मेमोरियल (होस्पिटल कॉलेज वगैरे)
एम.जी.एम. ट्रस्ट -महात्मा गांधी मिशन ट्रस्ट. या ट्रस्टची औरंगाबाद आणि कामोठे(नवी मुंबई) येथे मेडिकल कॉलेजे आणि हॉस्पिटले आहेत.
एम.जी.एम.आय.एच.एस. -महात्मा गांधी मिशन इन्स्टिट्यूट ऑफ हेल्थ सायन्स, औरंगाबाद.
एम.जी.एम.यू.एच.एस. -महात्मा गांधी मिशन युनिव्हर्सिटी ऑफ हेल्थ सायन्स, औरंगाबाद
एम.जे.(मूजे) कॉलेज -मूळजी जेठा महाविद्यालय, जळगांव
एम.टी.जे. -माहीर-इ-तिब्ब-ओ-जरहत (युनानी अभ्यासक्रम, मुंबई)
एम.टेक. - मास्टर ऑफ टेक्नॉलॉजी
एम-टीईएल -महाराष्ट्र ट्रेनिंग ॲकॅडमी
एम.डी. - डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (इंग्लंड-अमेरिकेतील एम.बी.बी.एस.च्या समकक्ष पदवी) (डी.ओ.च्या जवळजवळ समकक्ष.)
एम.डी.(स्पेशालिटी) -भारतातील किंवा अन्य देशांतील वैद्यकशास्त्रातील पहिल्या पदवीनंतरची उच्चतर पदवी. हा डॉक्टर ’स्पेशालिटी’ विषयाचा तज्ज्ञ असतो.
एम.डी.(एवाय.) -डॉक्टर ऑफ मेडिसिन(आयुर्वेद)
एम.पी.एच.डब्ल्यू. -मल्टिपरपज हेल्थ वर्कर
एम.पी.एड. -मास्टर्स डिग्री इन फिजिकल एज्युकेशन
एम.पी.एम. -मास्टर इन्‌ पर्सोनेल मॅनेजमेन्ट
एम.पी.एस.सी. - महाराष्ट्र पब्लिक सर्व्हिस कमिशन
एम.फिल.- मास्टर ऑफ फिलॉसॉफी (पीएच्.डी. होण्याअगोदर मिळवायची पदवी)
एम.बी.ए.- माटर ऑफ बिझिनेस ॲडमिनिस्ट्रेशन
एम.बी.एस. -मास्टर ऑफ बिझिनेस स्टडीज
एम.बी.बी.एस. - बॅचलर ऑफ मेडिसिन ॲन्ड सर्जरी (वैद्यकशास्त्राची पदवी)
एम.लिब. -मास्टर इन्‌ लायब्ररी सायन्स
एमव्हीपीएस -मराठा विद्या प्रसारक समाज (नाशिक) - हा समाज एकूण ३३३ शैक्षणिक संस्था चालवतो.
एमव्हीपीएसकेबीजीटी - मराठा विद्या प्रसारक समाजाचे कर्मवीर भाऊराव गणपतराव ठाकरे (कॉलेज ऑफ इंजिनिअरिंग, नाशिक)
एम.सी.आय.टी.पी.- मायक्रोसॉफ्ट सर्टिफाइड इन्फर्मेशन टेक्नॉलॉजी प्रोफेशनल
एम.सी.ए. - मास्टर ऑफ कॉम्प्युटर ॲप्लिकेशन्स
एम्‌सीएच. -मास्टर ऑफ चिसर्गिकल(एक सुपरस्पेशालिटी डॉक्टरी पदवी)
एम.सी.एस. - मास्टर इन् कॉम्प्यूटर सायन्स(संगणकशास्त्रातील मास्टरची पदवी)
एम.सी.टी.एस. - मायक्रोसॉफ्ट सर्टिफाइड टेक्नॉलॉजी स्पेशालिस्ट
एम.सी.व्ही.सी. -मिनिमम काँपिटन्सी व्होकेशनल कोर्स
एम.सी.सी.आय.ए. -मराठा चेंबर ऑफ कॉमर्स, इंडस्ट्रीज ॲन्ड ॲग्रिकल्चर
एन पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
एन.आय.एस. -नॅशनल इन्स्टिट्यूट ऑफ स्पोर्ट्‌स, पतियाळा
एन.आय.बी.आर. -नॉव्हेल्स इन्स्टिट्यूट ऑफ बिझिनेस मॅनेजमेन्ट ॲन्ड रिसर्च(या संस्थेचे निगडी(पुणे) येथे एक हॉटेल मॅनेजमेन्ट कॉलेज आहे.)
एन.ई.ई.टी. (नीट)-नॅशनल एन्ट्रन्स-कम-एलिजिबिलिटी टेस्ट ऑफ सी.बी.एस.ई. दिल्ली
एन् ई टी(नेट) - नॅशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट फॉर लेक्चररशिप(असिस्टन्ट प्रोफेसरशिप). अशीच महाराष्ट्र सरकारची सेट परीक्षा.
एन.ए.ए.सी. -नॅशनल असेसमेन्ट ॲन्ड अक्रेडिटेशन काउन्सिल
एन.एम.व्ही.-नूतन मराठी विद्यालय, पुणे
एन.एम.सी. -नर्सिंग ॲन्ड मिडवाइफरी काउन्सिल
एन.टी.- नोमॅडिक ट्राइब्ज (भटक्या जमाती)
एन.टी.आर. युनिव्हर्सिटी -नादमुरी तारक रामाराव युनिव्हर्सिटी, हैदराबाद
एन.डी.ए.-नॅशनल डिफेन्स अकॅडमी
एन.डी.एम.व्ही.पी. -नाशिक जिल्हा मराठा विद्या प्रसारक समाज (कॉलेजे-नाशिक)
एनडीएमव्हीपीएसकेबीजीटी - नाशिक डिस्ट्रिक्ट मराठा विद्या प्रसारक समाजाचे कर्मवीर भाऊराव गणपतराव ठाकरे (कॉलेज ऑफ इंजिनिअरिंग, नाशिक)
एनडीएमव्हीपीएसडीवायपीएमसी - नाशिक डिस्ट्रिक्ट मराठा विद्या प्रसारक समाजाचे डॉ. यशवंतराव पवार मेडिकल कॉलेज (नाशिक)
एन्‌बीई - नॅशनल बोर्ड ऑफ (मेडिकल) एक्झॅमिनेशन्स, नवी दिल्ली
एन. वाडिया - नेस वाडिया कॉलेज, पुणे
एन.सी.ई.आर.टी. - नवी दिल्ली येथील, नॅशनल काउन्सिल ऑफ एज्युकेशनल रिसर्च ॲन्ड ट्रेनिंग
एनसीई-एन्‌सी‍एफ़्‌एम -नॅशनल स्टॉक एक्सचेन्ज (ऑफ इंडिया)चे सर्टिफिकेशन इन्‌ फ़ायनॅन्शियल मार्केट
एनसीयूआय.- नॅशनल को-ऑपरेटिव्ह युनियन ऑफ इंडिया (ही संस्था सहकारी क्षेत्राचे शिक्षण घेणाऱ्या विद्यार्थ्यांना पाठ्यवृत्ती देते.)
एन.सी.टी.ई. - नॅशनल काउन्सिल फॉर टीचर एज्युकेशन
एन.सी.व्ही.टी. -नॅशनल काउंन्सिल फॉर व्होकेशनल ट्रेनिंग
एन.सी.सी. - नॅशनल कॅडेट कोअर
एन.डी.ए.- नॅशनल डिफेन्स ॲकॅडमी, पुणे
नेटसेट- नॅशनल ॲन्ड/ऑर स्टेट एलिजिबिलिटी टेस्ट फॉर ए लेक्चररशिप इन् अ कॉलेज
ओ पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
ओ -ओपन कॅटेगोरी (खुला प्रवर्ग)
ओआर्‌टीएच - ऑर्थोपेडिक्स
ओ(जीपी) - शासकीय कार्मिक वर्ग(ओपन गव्हर्नमेन्ट परसोनेल कॅटेगोरी)
ओ.बी.सी. - अदर बॅकवर्ड क्लास किंवा त्या जातींपैकी कोणीएक
ओबीसी(जीपी) - ओबीसींमधली गव्हर्नमेन्ट परसोनेल कॅटेगोरी
ओसीसी -ओपन कॅटेगोरीतील संयुक्त प्रवर्ग(विकलांग-पीएच + क्रीडापटू-ओएसपी +स्वातंत्र्य सैनिक-एफएफ + एससी/एस्टी)
पी पासूनच्या आद्याक्षऱ्याा
पीआय - पर्सनल इंटरव्ह्यू
पी.आय.सी.टी. -पुणे इन्स्टिट्यूट ऑफ काँप्युटर टेक्नॉलॉजी
पीआर‍आयएनसी. -(कॉलेजचा) प्रिन्सिपॉल
पीआरई - प्रीव्हियस (उदा० पीआरई एमसी‍ए टेस्ट= प्रीव्हियस (टेस्ट) टु ’मास्टर ऑफ कॉम्प्यूटर ॲप्‍लिकेशन’ कोर्स)
पीईटी(पेट) -पी‍एच.डी. एन्ट्रन्स टेस्ट
पीईपीटी - प्री-एन्जिनिअरिंग ॲन्ड फार्मसी टेस्ट (मध्य प्रदेश)
पी.ई. सोसायटी - प्रोग्रेसिव्ह एज्युकेशन सोसायटी (या सोसायटीचे पुण्यात मॉडर्न हायस्कूल आणि मॉडर्न कॉलेज आहे.)
पी.ए. -प्रगतागमा(हिंगणे स्त्री शिक्षणसंस्थेची मास्टर्सच्या समकक्ष पदवी); पर्सनल असिस्टन्ट, प्रोफेशनल असिस्टन्ट
पी.ए.ए.एस. -पुणे ॲकॅडमी फॉर ॲडवान्स्ड स्टडीज (पुणे विद्यापीठ)
पीएच. - फिजिकली हॅन्डिकॅप्ड
पीएच्.डी. - डॉक्टर ऑफ फिलॉसॉफी (मास्टर्सच्या पदवीनंतर संशोधनाने मिळणारी पदवी.)
पीएचवाय. -फिजिक्स
पी.एल.आय.टी. -पुणे इन्स्टिट्यूट ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलॉजी
पीएनजी लॅन्ग्वेज लॅबॉरेटरी -पुरुषोत्तम नारायण गाडगीळ लॅन्ग्वेज लॅबॉरेटरी (बृहन्महाराष्ट्र कॉलेज ऑफ कॉमर्स, पुणे)
पी.एन.सी. - पाकिस्तान नर्सिंग काउन्सिल
पी.एससी - प्रीव्हियस इयर इन् सायन्स(कॉलेजातील विज्ञान शाखा शिक्षणाचे इंटरमीजिएटच्या अगोदरचे वर्ष)‌
पी.एस.सी. - पब्लिक सर्व्हिस कमिशनची परीक्षा
पी.ओ. - पोस्ट ऑफिस; पोस्टल ऑर्डर
पी.ओ.पी. - पासिंग आउट परेड; (प्लॅस्टर ऑफ पॅरिस-कॅल्शियम सल्फेट(जिप्सम) तापवून मिळालेला चिकट पदार्थ)
पी.जी. - पोस्ट ग्रॅज्युएट; पेइंग गेस्ट PGIMSR MGM Hospital)
पीजीआयएमएस‍आर एमजीएम (PGIMSR MGM) -पोस्ट गॅज्युएट इन्स्टिट्यूट ऑफ मेडिकल सायन्स ॲन्ड रिसर्च महात्मा गांधी मेमोरियल (हॉस्पिटल, परळ-मुंबई)
पी.जी.के. मंडळ -पूना गुजराती केळवणी मंडळ
पी.जी.डी. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा
पी.जी.डी.आय.पी.आर. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन् इन्टलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट
पी.जी.डी.आय.बी.ओ. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन् इन्टरनॅशनल बिझिनेस ऑपरेशन
पी.जी.डी.आर.डी. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन रूरल डेव्हलपमेन्ट
पी.जी.डी.आर.पी. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन् रेडियो प्रसारण
पी.जी.डी.ई.एम.ए. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन् एज्युकेशनल मॅनेजमेन्ट ॲन्ड ॲडमिनिस्ट्रेशन
पी.जी.डी.ई.एस.डी. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन् एनव्हायरोमेन्टल ॲन्ड सस्टेनेबल डेव्हलपमेन्ट
पी.जी.डी.ई.टी. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन् एज्युकेशनल टेक्नॉलॉजी
पी.जी.डी.ए.पी.पी. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन् ऑडियो प्रॉग्रॅम प्रॉडक्शन
पी.जी.डी.एच.ई. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन् हायर एज्युकेशन
पी.जी.डी.एच.एच.एम. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन् हॉस्पिटल ॲन्ड हेल्थ मॅनेजमेन्ट
पी.जी.डी.एच.एम. -पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन्‌ हॉटेल मॅनेजमेन्ट
पी.जी.डी.एफ.एम. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन् फायनॅन्शियल मॅनेजमेन्ट; पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन फॉरेस्ट्री मॅनेजमेन्ट
पी.जी.डी.एफ.टी. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन् फॉरेन ट्रेड
पी.जी.डी.एम.एम. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन् मार्केटिंग मॅनेजमेन्ट
पी.जी.डी.एम.सी.एच. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन मॅटर्नल ॲन्ड चाइल्ड हेल्थ
पी.जी.डी.एल.पी.ओ. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन् लीगल प्रोसेस आउटसोर्सिंग
पी.जी.डी.एस.एल.एम.एच.टी - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन् स्कूल लीडरशिप ॲन्ड मॅनेजमेन्ट फॉर हेड टीचर्स
पी.जी.डी.ओ.एम. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन् ऑपरेशन्स मॅनेजमेन्ट
पी.जी.डी.जी.एम. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन् गेरिॲट्रिक मेडिसिन
पी.जी.डी.जे.एम.सी. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन् जरनॅलिझम ॲन्ड मास कम्युनिकेशन
पी.जी.डी.डी.ई. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन् डिस्टन्स एज्युकेशन
पी.जी.डी.डी.एम. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन् डिझॅस्टर मॅनेजमेन्ट
पी.जी.डी.टी. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन् ट्रान्सलेशन
पी.जी.डी.बी.एम. - पोस्ट ग्रॅज्युएट डिप्लोमा इन् बिझिनेस मॅनेजमेन्ट
पी.जी.सी.आय.व्ही. - पोस्ट ग्रॅज्युएट सर्टिफिकेट कोर्स इन् ॲन इन्ट्रॉडक्शन टु द वेदाज
पी.जी.सी.आर.डब्ल्यू - पोस्ट ग्रॅज्युएट सर्टिफिकेट इन् रेडियो रायटिंग
पी.जी.सी.एम.आर.आर. - पोस्ट ग्रॅज्युएट सर्टिफिकेट प्रॉग्रॅम इन् पार्टिसिपेटरी मॅनेजमेन्ट ऑफ डिस्प्लेसमेन्ट, री-सेटलमेन्ट ॲन्ड री-हॅबिलिटेशन
पी.जी.सी.टी.डब्ल्यू - पोस्ट ग्रॅज्युएट सर्टिफिकेट इन् रायटिंग फॉर टेलिव्हिजन
पी.जी.सी.सी.पी. - पोस्ट ग्रॅज्युएट सर्टिफिकेट इन् कॉपी एडिटिंग ॲन्ड प्रुफ रीडिंग
पी.टी. - फिजिकल ट्रेनिंग
पी.टी.सी.सी. - पार्ले टिळक कॉमर्स कॉलेज, एम.एल डहाणूकर कॉलेज -महादेव लक्ष्मण डहाणूकर कॉलेज (विले पार्ले, मुंबई); डहाणूकर कॉलेज.
पीटीई - पिअर्सन टेस्ट ऑफ इंग्लिश (Pearson Test of English)
पी.डी.एम.एम.सी-पंजाबराव देशमुख मेडिकल कॉलेज (अमरावती)
पी.बी. -पोस्ट बेसिक
पी.बी.ए. -प्रोफेशनल बिझिनेस अकाउंटिंग; पोस्ट-बॅकालॉरिएट(Baccalaureate) सर्टिफिकेट इन्‌ अकाउंटिंग
पी.बी.डी. -पोस्ट बेसिक डिप्लोमा
पी.बी.डी.एन. - पोस्ट बेसिक डिप्लोमा इन्‌ नर्सिंग
पी.टी.सी.-प्रायमरी टीचर सर्टिफ़िकेट
पी.डी‍.ई.ए. - पूना डिस्ट्रिक्ट एज्युकेशन असोसिएशन (या संस्थेच्या पुणे जिल्ह्यात शाळा, कॉलेजे आहेत)
पी.पी.टी - फिजिकल प्रो्फिशिअन्सी टेस्टएम्‌पीपीईबी - मध्य प्रदेश प्रोफेशनल एक्झॅमिनेशन बोर्ड (भोपाळ)
पी.यू. -पुणे युनिव्हर्सिटी
पी.यू.सी.एस.डी.-पुणे युनिव्हर्सिटी काँप्युटर सायन्स डिपार्टमेन्ट
पी.यू.एम.बी.ए. -पुणे युनिव्हर्सिटी डिपार्टमेन्ट ऑफ मॅनेजमेन्ट सायन्सेस
पी.आय.सी.टी. -पुणे इन्स्टिट्यूट ऑफ काँप्युटर टेक्नॉलॉजी
पी.व्ही.पी.कॉलेज -पद्मभूषण वसंतरावदादा पाटील कॉलेज(कवठे महांकाळ)
पी.व्ही.पी. कॉलेज -पद्मश्री विखे पाटील कॉलेज, लोणी
पी.व्ही.पी. कॉलेजेस -पन्नैकडू वीरम्मल परमशिवम्‌ कॉलेजेस(तमिळनाडू)
पी.सी. - पर्सनल कॉम्प्यूटर
पी.सी.आय.टी. - प्रोफेशनल कॉपिटन्सी इम्प्रुव्हमेन्ट टूल्स.
पी.सी.ई.टी. -पिंपरी चिंचवड एज्युकेशनल ट्रस्ट
पी.सी.एम.-फिजिक्स, केमिस्ट्री ॲन्ड मॅथेमॅटिक्स
पी.सी.एम.बी. -फिजिक्स, केमिस्ट्री, मॅथेमॅटिक्स ॲन्ड बायॉलॉजी
पी.सी.बी. -फिजिक्स, केमिस्ट्री ॲन्ड बायॉलॉजी; प्रिंटेड सर्किट बोर्ड
प्रा. - प्राध्यापक (प्राचार्य नाही!) (कॉलेजातील वरिष्ठ शिक्षकाच्या नावाआधी लावायची उपाधी)
प्री डिग्री - चार वर्षांच्या पदवी परीक्षेच्या अभ्यासक्रमातले पहिले वर्ष (पूर्वीचे प्रीव्हियस इयर-हल्लीची इयत्ता अकरावी)
प्रो. - प्रोफेसर(कॉलेजात शिकवणारा वरिष्ठ शिक्षक) किंवा (सर्कशीचा मालक); (हेअर कटिंग सलूनचा किंवा अन्य उद्योगाचा) प्रोप्रायटर
क्यू पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
आर पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
आर.आय.एन.पी.ए.एस. -रांची इन्स्टिट्यूट ऑफ न्युरोसायकिॲट्री ॲन्ड अलाईड सायन्सेस
आर‍ईजीडी. - रजिस्टर्ड
आर.ए.एन.एम. -रिव्हाइज्ड ऑक्झिलिअरी नर्सिंग मिडवाइफरी
आर एच. सपट -रामशंकर हरीभाई सपट(जोशी)
आर.एन. -रजिस्टर्ड नर्स
आर.एम. -रजिस्टर्ड मिडवाइफ
आर.एम.ओ. -रेसिडन्ट मेडिकल ऑफिसर
आर.एम.पी. - रजिस्टर्ड मेडिकल प्रॅक्टिशनर (ज्याला कोणतेही औपचारिक वैद्यकीय शिक्षण नाही तरी अनेक वर्षांच्या अनुभवाने डॉक्टरी करणारा परवानाधारक)
आर.जी.पी.व्ही. : राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाळ
आर.डी. ‌- राजा धनराज गिरजी शाळा(पुणे); रजिस्टर्ड डायटेशियन (ऑफ इंडियन डायेटिक असोसिएशन)
आर.वाय.के. -रावजिसा यमासा क्षत्रिय (सायन्स कॉलेज-नाशिक)
एस पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
शि.प्र.मंडळी - शिक्षण प्रसारक मंडळी ( या संस्थेची पुण्यात नू.म.वि. हा शाळा आणि एस.पी. नावाचे कॉलेज आहे.)
स.भु. संस्था - श्री सरस्वती भुवन शैक्षणिक संस्था, औरंगाबाद
स.भू.बा - समाजभूषण बाबूराव (ऊर्फ अप्पासाहेब जेधे कॉलेज, पुणे)
एस‍आयएम‍एस‍आर‍ईई - सिडनहॅम इन्स्टिट्यूट ऑफ मॅनेजमेन्ट, स्टडीज, रिसर्च ॲन्ड एन्टरप्रेन्युरशिप एक्झॅमिनेशन
एस‍आय‍एल‍सी -सकाळ इंटरनॅशनल लर्निंग सेंटर
एसआर- सीनियर
एस.ई.टी.(सेट) - स्टेट एलिजिब्लिटी टेस्ट (फॉर अ लेक्चरर्स जॉब इन् अ कॉलेज)
एस्‌ए‍एस्‌टीआर्‌ए (SASTRA) विद्यापीठ - षण्मुख आर्ट्‌स, सायन्स, टेक्नॉलॉजी ॲन्ड रिसर्च अकॅडमी, तंजावर (तामिळनाडू)
एस.एन.आर.सी. -साकुरा निहोन्गो रिसोर्स सेन्टर, बंगलोर(जपानी भाषावगैरेंसाठी)
एस.एन.डी.टी. - श्रीमती नाथीबाई दामोदर ठाकरसी विद्यापीठ, पुणे
एस्‌एटी (सॅट) - स्कॉलिस्टिक ॲप्टिट्यूड टेस्ट/स्कॉलिस्टिक ॲसेसमेन्ट टेस्ट/स्कॉलिस्टिक ॲचीव्हमेन्ट टेस्ट
एस.टी. कॉलेज -सेकंडरी ट्रेनिंग कॉलेज (धोबीतलाव, मुंबई)
एस.एल.ॲन्ड एस.एस. - स्ट्यूडन्ट्स लिटररी ॲन्ड सायंटिफिक सोसायटी (या संस्थेची गिरगाव, मुंबई येथे १७५ वर्षांपासून सुरू असलेली मुलींची शाळा आहे.)
एस.एल.सी. - स्कूल लीव्हिंग सर्टिफिकेट (शाळा सोडताना मिळणारा दाखला)
एस.एल.सी.ई. - तमिळनाडूमधील शालान्त परीक्षेचे नाव
एस.एस.पी.एम.एस.- श्री शिवाजी प्रिपरेटरी मिलिटरी स्कूल, पुणे
एस.एस.सी. -महाराष्ट्रातील दहावीच्या (शालान्त) परीक्षेचे नाव
एस. टी. - शेड्यूल्ड ट्राइब ( अनुसूचित जमात)
एस.टी.आय. - सेल्स टॅक्स इन्स्पेक्टर(होण्यासाठी द्यावयाची परीक्षा)
एस.टी.सी. - स्कूल ट्रेनिंग सर्टिफिकेट (अभ्यासक्रम) -प्राथमिक शिक्षक होण्यासाठीची पात्रता
एस्.पी. - सर परशुरामभाऊ कॉलेज, पुणे
सु.पे.ह. हायस्कूल (SPH High School) - सूनाबाई पेस्तनजी हकीमजी हायस्कूल, बोर्डी (ठाणे जिल्हा)
एस.बी.पाटील -एस.बी.(श्री बसवराज) ऊर्फ गलंगलप्पा पाटील. या नावाच्या अनेक शिक्षणसंस्था कर्नाटकातल्या बिदर शहरात आहेत.
एस.बी.पाटील -शंकरराव बाजीराव पाटील (या नावाच्या शिक्षणसंस्था पुणे, आकुर्डी, निगडी, बावडा आणि इंदापूर येथे आहेत.)
एस.बी.पाटील -संतोष भीमराव पाटील (या नावाचे एक महाविद्यालय सोलापूर जिल्ह्यातील मंद्रूप येथे आहे.)
एस.बी.पाटील -शंकरराव बु्ट्टे पाटील (या नावाची एक शाळा पुणे जिल्ह्यातील जुन्नर येथे आहे.)
एस.बी.पी.डी.सी. -एस.बी.(ऊर्फ गलंगलप्पा) पाटील डेन्टल कॉलेज, बिदर
एस.बी.सी.- स्पेशल बॅकवर्ड क्लास
एस.वाय. - सेकंड इयर (अभ्यासक्रमाचे दुसरे वर्ष)
एस.वाय.जे.सी.- सेकंड इयर ज्यूनियर कॉलेज
एस.व्ही. युनियन प्री-प्रायमरी शाळा, प्रायमरी शाळा, हायस्कूल आणि ज्युनिअर कॉलेज, पुणे (सरस्वती विद्यालय युनियन शाळा, कॉलेज वगैरे.)
एस्‌सी. -सायन्स
एस.सी. - शेड्यूल्ड कास्ट (अनुसूचित जाती)
एस.सी.ओ.ई. - सिंहगड कॉलेज ऑफ इंजिनिअरिंग, पुणे
टी पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
टॅली ईआरपी -टॅली एन्टरप्राइझ रिसोर्स प्लॅनिंग. (टॅली हे विशेष नाम आहे, लघुरूप नाही.)
टि.म.वि -टिळक महाराष्ट्र विद्यापीठ
टी.आय.एफ.आर. - टाटा इन्स्टिट्यूट ऑफ फंडामेन्टल रिसर्च, मुंबई
टी.आय.एस.एस. - टाटा इन्स्टिट्यूट ऑफ सोशल सायन्स, देवनार (मुंबई)
टी.ई.क्यू.आय.पी. -टेक्निकल एज्युकेशनल क्वालिटी इंप्रुव्हमेन्ट प्रोग्रॅम (भारत सरकारचा कार्यक्रम)
टी.ई.टी. -टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट
टीए‍एल्‌एल्‌‍वाय -टॅली (आर्थिक व्यवहारांच्या हिशोबासाठीची एक संगणक प्रणाली). हे लघुरूप नाही.
टीएन.डीआर.एम.जी.आर. मेडिकल युनिव्हर्सिटी -तमिळनाडू डॉक्टर मरुतुर गोपालन रामचंद्रन मेडिकल युनिव्हर्सिटी (Tn Dr M.G.R. M.U), चेन्न‍ई.
टीएफ -टुमॉरोज फाउंडेशन
टी‌एमसी -तेरणा मेडिकल कॉलेज (नवी मुंबई)
टी.एस.एस.एम. -दि शेतकरी शिक्षण मंडळ (सांगली) :. पुणे शहरात या संस्थेचे भैरवनाथ सावंत इंजिनिअरिंग महाविद्यालय आहे.
टीओईेएफ्‌एल -टोफेल - टेस्ट ऑफ इंग्लिश ॲज अ फॉरेन लॅन्ग्वेज Test of English as a Foreign Language (TOEFL)
टी.डी.- टीचर डिप्लोमा
टीपीसीटी-तेरणा पब्लिक चॅरिटेबल ट्रस्ट
टी.वाय. - थर्ड इयर (अभ्यासक्रमाचे तिसरे वर्ष)
टीसीपी/आय्‌पी -ट्रान्समिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल/इंटरनेट प्रोटोकॉल
टूडी -टू डायमेन्शनल
थ्रीडी -थ्री डायमेन्शनल
यू पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
यू.जी.- अंडर ग्रॅज्युएट
यू जी.सी.- युनिव्हर्सिटी ग्रॅन्ट्स कमिशन
यू.पी.एस.सी. -युनियन पब्लिक सर्व्हिस कमिशन
यूपीसीपीएम्‌टी -उत्तर प्रदेश कम्बाइन्ड प्री-मेडिकल टेस्ट
व्ही पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
व्ह.फा. -व्हरनॅक्युलर फायनल(ची परीक्षा) (पूर्णपणे देशी भाषेतून शिकून दिलेली सातवीनंतरची पात्रता परीक्षा)
व्ही - वैद्य
व्ही.आय.टी. - विश्वकर्मा टेक्निकल इन्स्टिट्यूट (पुणे)
व्ही आर. - वैद्यरत्‍न
व्ही.ए.एम.एन.आय.सी.ओ.एम. (व्हॅम्निकॉम) : वैकुंठ मेहता इन्स्टिट्यूट ऑफ को-ऑपरेटिव्ह मॅनेजमेन्ट (पुणे)
व्ही.एस. -वैद्य शास्त्री
व्ही. एस. ए. -विश्वकर्मा सायन्स ॲकॅडमी, पुणे
व्ही.के. -वैद्य कविराज
व्ही.जे. - विमुक्त जाती
व्ही.पी.एस. - विद्या प्रसारिणी सभा; व्हीपीएस शाळा - विद्या प्रसारिणी सभा या संस्थेची शाळा (लोणावळा)
व्हीवाय‍एपीएएम्‌ : (VYAPAM) - व्यावसायिक परीक्षा मंडल (भोपाल, मध्य प्रदेश))
व्ही.व्ही -वैद्य विशारद/वैद्य वाचस्पती
डब्लू पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
डब्ल्यू.बी.सी.एस.सी. -वेस्ट बेंगॉल कॉलेज सर्व्हिस कमिशन
एक्स पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
वाय पासूनच्या आद्याक्षऱ्या
वायएमटी - येरळा मेडिकल ट्रस्ट (खारघर-नवी मुंबई). (नवीन नाव डॉ.जी.डी पोळ प्रतिष्ठान)
वाय.सी.एम.ओ.यू. -यशवंतराव चव्हाण महाराष्ट्र ओपन युनिव्हर्सिटी, नाशिक
झेड पासूनच्या आद्याक्षऱ्या

भारतीय रेल्वे

भारतीय रेल्वे
ब्रीदवाक्य देशाची जीवनवाहिनी
प्रकार भारत सरकारच्या रेल्वे मंत्रालयाधीन कंपनी (सार्वजनिक क्षेत्र)
उद्योग क्षेत्र दळणवळण
स्थापना एप्रिल १६, इ.स. १८५३, १९५१मध्ये राष्ट्रीयीकरण
मुख्यालय  नवी दिल्ली, भारत
सेवांतर्गत प्रदेश भारत
महत्त्वाच्या व्यक्ती भारतीय रेल्वे मंत्री - सदानंद गौडा, आर. वेलू, नारणभाई जे. राठवा, कल्याण सी. जेना (रेल्वे बोर्ड अध्यक्ष)
उत्पादने रेल्वे इंजिने, डबे व संलग्न वस्तू
सेवा रेल्वे प्रवासी, मालवाहतूक व संलग्न सेवा
महसूली उत्पन्न ७२६ अब्ज ५५ कोटी भारतीय रुपये (२००८)
मालक भारत सरकार
कर्मचारी अंदाजे २५,००,०००
पालक कंपनी रेल्वे मंत्रालय (भारत)
विभाग १६ रेल्वे विभाग आणि कोंकण रेल्वे
पोटकंपनी कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, इंडियन रेल्वे केटरिंग ऍन्ड टुरिझम कॉर्पोरेशन
संकेतस्थळ भारतीय रेल्वेचे संकेतस्थळ

खंडाळ्याच्या घाटात भारतीय रेल्वेची गाडी
भारतीय रेल्वे (संक्षेपः भा. रे.) ही भारताची सरकार-नियंत्रित सार्वजनिक रेल्वेसेवा आहे. भारतीय रेल्वे जगातील सर्वांत मोठ्या रेल्वेसेवांपैकी एक आहे. भारतातील रेल्वेमार्गांची एकूण लांबी ६३,१४० कि.मी. (३९,२३३ मैल) इतकी आहे. २००३ पर्यंतच्या आकडेवारीनुसार[१] भारतीय रेल्वे दररोज १ कोटी ६० लाख प्रवाशांची, तसेच १४ लाख टन मालाची वाहतूक करते.
रेल्वे विभाग हा भारत सरकारच्या कें‍द्रीय रेल्वे खात्यातील विभाग, भारतातील संपूर्ण रेल्वे जाळ्याचे नियोजन करतो. रेल्वे खात्याचे कामकाज कॅबिनेट दर्ज्याचे रेल्वेमंत्री पाहतात व रेल्वे विभागाचे नियोजन रेल्वे बोर्ड करते.
आत्तापर्यंत, रेल्वे वाहतुकीवर भारतीय रेल्वेचा एकाधिकार होता.[२] भारतीय रेल्वेची गणना जगातील सर्वांत मोठ्या रेल्वेंमध्ये केली जाते. २५ लाख कर्मचारी असलेली भारतीय रेल्वे, जगातील सर्वांत मोठी व्यावसायिक संस्था आहे, जी कर्मचारीसंख्येत फक्त चिनी लष्करापेक्षा लहान आहे.[३] इ.स. २००२च्या गणतीनुसार, भारतीय रेल्वेच्या मालकीत २,१६,७१७ वाघिणी (मालवाहू डबे), ३०,२६३ प्रवासी डबे आणि ७,७३९ इंजिने आहेत आणि रोज ८,७०२ प्रवासी गाड्यांसहित एकूण १४,४४४ गाड्या धावतात.[१]
इतिहास
मुख्य पान: भारतातील रेल्वे वाहतुकीचा इतिहास

ग्रेट इंडियन पेनिन्सुलर रेल्वे चा १८७० मधील पसाऱ्याचे चित्र. जी.आय.पी.आर. ही त्यावेळच्या मोठ्या रेल्वे कंपन्यांपैकी एक होती.
भारतातील रेल्वेसेवेचा आरंभ इ.स. १८५३मध्ये झाला. इ.स. १९४७पर्यंत भारतात ४२ रेल्वे कंपन्या होत्या. इ.स. १९५१मध्ये या सर्व संस्थांचे राष्ट्रीयीकरण करून एक संस्था बनवण्यात आली जी जगातील सर्वांत मोठ्या संस्थांपैकी एक आहे. भारतीय रेल्वे लांब पल्ल्याच्या व उपनगरीय अशा दोन्ही प्रकारच्या सेवा चालवते.
रेल्वे जाळ्याची सुरुवात

भारतातील सुरुवातीच्या रेल्वेचे क्षणचित्र
भारतात रेल्वे वाहतुकीचा प्रथम आराखडा इ.स. १८३२ सालीच मांडण्यात आला होता, परंतु पुढे एक दशक काहीच हालचाली झाल्या नाहीत. इ.स. १८४४ साली, भारताचे त्यावेळचे गव्हर्नर जनरल लॉर्ड हार्डिंग यांनी खाजगी व्यावसायिक मंडळीना रेल्वे व्यवस्था चालू करण्यासाठी परवानगी दिली. दोन नवीन रेल्वे कंपन्यांची स्थापना करण्यात आली आणि ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनीला त्यांना मदत करण्यासाठी सांगण्यात आले. पुढेल काही वर्षात, इंग्लंडमधील गुंतवणुकदारांनी दाखवलेल्या व्यावसायिक औत्सुक्याचा रेल्वे व्यवस्था वृद्धिंगत होण्यात हातभार लागला. भारतातील पहिली रेल्वेगाडी डिसेंबर २२, इ.स. १८५१ रोजी रूडकी मध्ये बांधकाम साहित्याच्या वहनासाठी चालवण्यात आली. त्यानंतर दीड वर्षांनी, एप्रिल २२, इ.स. १८५३ रोजी भारतातील पहिली प्रवासी रेल्वेगाडी बोरीबंदर (नंतरचे व्हिक्टोरिया टर्मिनस, व आताचे छत्रपती शिवाजी टर्मिनस) मुंबई ते ठाणे अशी ३४ किलोमीटर (२१ मैल) धावली. साहिब, सिंध आणि सुलतान अशी नावे असलेल्या तीन वाफेच्या इंजिनांनी त्या गाडीला खेचले होते, आणि भारतातील रेल्वे वाहतूकीला औपचारिक सुरुवात झाली. त्यानंतर १८५४ मध्ये बंगाल मध्ये हावडा ते हुगळी हे २४ मैलांचे अंतर कापणारी गाडी सुरू झाली. कोलकाता ते अलाहाबाद दिल्ली असा लोहमार्गही १८६४ मध्ये पूर्ण केला गेला. मुंबई ते कोलकाता हा ६४०० किलोमीटरचा रेल्वेमार्ग पूर्ण झाला १८७० मध्ये त्यावरून गाडी धावली. १८८५ मध्ये भारतीय बनावटीचे इंजिन बनवण्याची सुरुवात झाली.
रेल्वेचे विभाग
रेल्वे बोर्डाने ठरवल्या प्रमाणे १९५० मध्ये देशातील रेल्वे कंपन्यांचे अस्तित्व संपुष्टात आले. सहा रेल्वे विभागांमध्ये (झोन) त्यांची विभागणी करण्याचे झाली. यानुसार हैदराबादची निझाम रेल्वे, ग्वाल्हेरची सिंदिया रेल्वे आणि घोलपूर रेल्वे यांची मिळून 'मध्य रेल' असा विभाग बनवला. 'बॉम्बे बरोडा अ‍ॅण्ड सेंट्रल इंडिया रेल्वे' (बीबी अ‍ॅण्ड सीआय), सौराष्ट्र रेल्वे, राजपुताना रेल्वे आणि जयपूर रेल्वे यांना एकत्र करून 'पश्चिम रेल्वे' विभाग बनवण्यात आला. उत्तर रेल्वे ही 'ईस्टर्न पंजाब रेल्वे' व जोधपूर रेल्वे, बिकानेर रेल्वे यांना मिळून बनवण्यात आली. अवध, आसाम, तिरहुत या रेल्वे कंपन्यांच्या एकत्रीकरणातून ईशान्य रेल्वे (उत्तर-पूर्व रेल) स्थापन झाली. 'पूर्व रेल'मध्ये बंगाल-नागपूर रेल्वे आणि 'ईस्ट इंडिया रेल्वे कंपनी' यांचा समावेश होता.

भारतीय रेल्वे जाळ्याचा नकाशा
व्यवस्थापनासाठी भारतीय रेल्वेचे १६ विभाग करण्यात आले आहेत.
क्र. नाव सांकेतिक नाव मुख्यालय स्थापना दिनांक
१. उत्तर रेल्वे उ.रे. दिल्ली एप्रिल १४, इ.स. १९५२
२. उत्तर पूर्व रेल्वे उ.पु.रे. गोरखपूर १९५२
३. उत्तर पूर्व सीमा रेल्वे NFR मालिगाव(गौहाटी) १९५८
४. पूर्व रेल्वे पू.रे. कोलकाता एप्रिल, १९५२
५. दक्षिण पूर्व रेल्वे द.पू.रे. कोलकाता इ.स. १९५५,
६. दक्षिण मध्य रेल्वे द.म.रे. सिकंदराबाद ऑक्टोबर २, इ.स. १९६६
७. दक्षिण रेल्वे द.रे. चेन्नई एप्रिल १४, इ.स. १९५१
८. मध्य रेल्वे म.रे. मुंबई नोव्हेंबर ५, इ.स. १९५१
९. पश्चिम रेल्वे प.रे. मुंबई नोव्हेंबर ५, इ.स. १९५१
१०. दक्षिण पश्चिम रेल्वे द.प.रे. हुबळी एप्रिल १, इ.स. २००३
११. उत्तर पश्चिम रेल्वे उ.प.रे. जोधपूर ऑक्टोबर १, इ.स. २००२
१२. पश्चिम मध्य रेल्वे प.म.रे. जबलपूर एप्रिल १, इ.स. २००३
१३. उत्तर मध्य रेल्वे उ.म.रे. अलाहाबाद एप्रिल १, इ.स. २००३
१४. दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे द.पू.म.रे. बिलासपूर, छत्तिसगढ एप्रिल १, इ.स. २००३
१५. पूर्व तटीय रेल्वे ECoR भुवनेश्वर एप्रिल १, इ.स. २००३
16. पूर्व मध्य रेल्वे पू.म.रे. हाजीपूर ऑक्टोबर १, इ.स. २००२
17. कोकण रेल्वे† को.रे. नवी मुंबई जानेवारी २६, इ.स. १९९८
†कोंकण रेल्वे ही भारतीय रेल्वे बोर्डाच्या नियंत्रणाखीलील वेगळी संस्था आहे. याचे मुख्यालय बेलापूर, नवी मुंबई येथे आहे.
कोलकाता मेट्रोचे मालकी हक्क व संचालन भारतीय रेल्वेकडे असले तरी देखील ही मेट्रो सेवा कोणत्याही प्रभागामध्ये येत नाही. संचालनाच्या दृष्टीने या रेल्वेस विभागीय रेल्वेचा दर्जा आहे. प्रत्येक रेल्वे विभागाचे देखील प्रभाग पाडण्यात आले आहेत. प्रत्येक प्रभागात एक प्रभागीय कार्यालय असते. असे एकूण ६७ प्रभाग आहेत.
विभागीय रेल्वे प्रभाग
उत्तर रेल्वे दिल्ली, अंबाला, फिरोजपूर, लखनऊ, मोरादाबाद
उत्तर पूर्व रेल्वे इज्जतनगर, लखनऊ, वाराणसी
उत्तर पूर्व सीमा रेल्वे अलिपूरद्वार, कटिहार, लुमडिंग, रंगिया, तिन्सुकिया
पूर्व रेल्वे हावरा, सियालदाह, आसनसोल, माल्दा
दक्षिण पूर्व रेल्वे अद्रा, चक्रधरपूर, खड़गपूर, रांची
दक्षिण मध्य रेल्वे सिकंदराबाद, हैदराबाद, गुंटकल, गुंटुर, नांदेड, विजयवाडा
दक्षिण रेल्वे चेन्नई, मदुरई, पालघाट, तिरुचिरापल्ले, तिरुवनन्तपुरम, सेलम
मध्य रेल्वे मुंबई, भुसावळ, पुणे, सोलापूर, नागपूर
पश्चिम रेल्वे मुंबई सेंट्रल, वडोदरा, रतलाम, अमदावाद, राजकोट, भावनगर
दक्षिण पश्चिम रेल्वे हुबळी, बंगळूर, म्हैसूर
उत्तर पश्चिम रेल्वे जयपूर, अजमेर, बिकानेर, जोधपूर
पश्चिम मध्य रेल्वे जबलपूर, भोपाळ, कोटा
उत्तर मध्य रेल्वे अलाहाबाद, आग्रा, झांसी
दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे बिलासपूर, रायपूर, नागपूर
पूर्व तटीय रेल्वे खुर्दा रोड, संबलपूर, विशाखापट्टनम
पूर्व मध्य रेल्वे दानापूर, धनबाद, मुगलसराई, समस्तिपूर, सोनपूर

मुंबई उपनगरी रेल्वे
प्रवासी सेवा

लांब पल्ल्याची एक्सप्रेस गाडी
दरवर्षी भारतीय रेल्वेच्या ८,७०२ प्रवासी गाड्यांमधून ५ अब्ज प्रवासी २६ राज्य आणि ३ केंद्रशासित प्रदेशांत प्रवास करतात. सिक्किम आणि मेघालय या दोन राज्यात रेल्वे जात नाही.
बहुतांशी, रेल्वे हा भारतात लांब पल्ल्याचा प्रवास करण्यासाठीचा प्रथम पर्याय म्हणूनच‍ं गणला जातो.
सर्वसाधारण प्रवासी गाडी मध्ये १८ डबे असतात. जास्त प्रवासी संख्या असलेला मार्गांवरील काही गाड्यांमध्ये डब्यांची संख्या २४ पर्यंत देखील अढळते. एका डब्याची क्षमता १८ पसून ७२ प्रवासी वाहून नेण्याची असते. परंतु सुट्टीच्या दिवसात अथवा अतिव्यस्त मार्गांवर ही क्षमता नियमितपणे ओलांडलेली अढळते. साधारणपणे डबे जोडमार्गिका वापरून एक मेकांना जोडलेले असतात, ज्यामुळे चालत्या गाडीत प्रावाशांना एका डब्यातून दुसऱ्या डब्यात जाता येते. काही तांत्रिक कारणांसाठी गाड्यांमध्ये न जोडलेले डबे देखील असतात.
प्रत्येक डब्याची रेचना एका वर्गाच्या प्रवासासाठी केलेली असते. भारतातील रेल्वे प्रवासाची अंतरे खूप लांब असल्याने शयन यान (रात्री आडवे झोपून प्रवास करण्याची सोय असलेले डबे) जास्त वापरात आहेत. सामान्य गाडीत ३ ते ५ वातानुकुलित डबे आढळतात.
माहितीजालाच्या साहायाने आरक्षणाची सोय इ.स. २००४ साली सुरू करण्यात आली. २००९ सालापर्यंत तिचा वापर प्रतिदिन १ लक्ष आरक्षणे इतका होण्याची अपेक्षा आहे. ए.टी.एम. यंत्रांद्वारे लांब पल्यांच्या प्रवासाचे आरक्षण करण्याची सोय बऱ्याच स्थानकांवर उपलब्ध करण्यात येणार आहे.
उत्पादन सेवा

WAP5 श्रेणीचे लोकोमोटिव्ह
मुख्यत्वे ऐतिहासिक कारणांसाठी, वहनसाहित्य आणि भारी तांत्रिक घटकांचे उत्पादन भारतीय रेल्वे स्वतः करते. महाग तंत्रज्ञानावर आधारित सामुग्री आयात न करता स्वदेशी पर्यायी उत्पादने वापरून खर्च कमी करणे हाचं प्रमुख उद्देश बऱ्याचं विकसनशील अर्थव्यवस्थांचा असतो.
भारतीय रेल्वेच्या उत्पादन संस्था केंद्रीय मंत्रालयाच्या अखत्यारित येतात. या संस्थांचे मुख्यव्यवस्थापक रेल्वे बोर्डाच्या नियंत्रणाखाली असतात. भारतीय रेल्वेच्या उत्पादन संस्था आहेत --
डीझेल लोकोमोटिव्ह कार्यशाळा, वाराणसी
चित्तरंजन लोकोमोटिव्ह कार्यशाळा, चित्तरंजन
डिझेल-लोको आधुनिकिकरण कार्यशाळा, पतियाला
इंटिग्रल कोच फॅक्टरी, चेन्नई
रेल कोच फॅक्टरी, कपुरथला
रेल व्हील फॅक्टरी, बंगळूर
रेल स्प्रिंग कारखाना, ग्वाल्हेर
उपनगरीय रेल्वे

नवी दिल्ली मेट्रो रेल्वे
उपनागरीय प्रवासी वाहतुकीसाठी अनेक शहरांमध्ये स्वतंत्र रेल्वे प्रणाली चालवली जाते. सध्या अशी उपनगरीय प्रवासी सेवा मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, दिल्ली, हैदराबाद आणि पुणे येते कार्यरत आहे. हैदराबाद आणि पुणे या दोन शहरांमध्ये स्वतंत्र उपनगरीय रेल्वे मार्ग नसल्याने लांब पल्ल्याच्या प्रवासी वाहतूकीच्या रेल्वे मार्गांवर ही सेवा चालवली जाते. नवी दिल्ली, चेन्नाई आणि कोलकाता या शहरांमध्ये मेट्रो सेवा कार्यरत आहे - नवी दिल्लीत नवी दिल्ली मेट्रो, चेन्नईत चेन्नई मेट्रो आणि कोलकाता मध्ये कोलकाता मेट्रो. चेन्नईतील मेट्रो सेवेत, मुंबई, कोलकाताच्या उपनगरीय वाहतूकीच्या गाड्या स्वतंत्र उड्डाण पुलांसारख्या मार्गावरून चालवल्या जातात.
प्रवासी वाहतूकीसाठी वापरल्या जाणाऱ्या उपनगरीय गाड्या ई.एम.यु. या तत्त्वावर आधारीत असतात. या गाड्यांमध्ये साधारणपणे ९ डबे असतात. गर्दीच्या मार्गांवर/वेळेत १२ डब्याच्या गाड्या चालवल्या जातात. सध्या मुंबईतील तीन्ही उपनगरीय मार्गांवरील ९ डब्याच्या गाड्या ३ अतिरिक्त डबे जोडून १२ डब्यांच्या गाड्यांमध्ये रुपांतरीत करण्यात येत आहेत. यासाठी फलाटांची लांबी वाढवून झालेली आहे. चेन्नई मेट्रोवर ३ ते ६ डब्यांच्या गाड्या तर हैदराबाद मेट्रो वर ६ डब्यांच्या गाड्या चालवल्या जातात.
ई.एम.यु. गाडीच्या एका एककात एक कर्षण डबा तर दोन साधे डबे असतात. सहसा मधला डबा कर्षक असतो. म्हणजे नऊ डब्यांची गाडी ही तीन एककांची असते तर बारा डब्यांची चार एककांची. मुंबईतील ई.एम.यु. डी.सी. विद्युतप्रवाह वापरतात तर इतर ठिकाणी ए.सी. विद्युप्रवाह वापरला जातो.[४] साधारणतः एका डब्यात ९६ प्रवाशांना बसण्याची सोय असते पर वस्तुतः प्रत्येक डब्यात गर्दीच्या वेळी ३-४०० प्रवासी सहज असतात.
इतर उपगनरीय वाहतुकीच्या तुलनेत मुंबई उपनगरीय रेल्वे गाड्या खूपचं जास्त प्रवासी संख्या हाताळतात. या प्रणालीमध्ये ३ मार्ग आहेत - पश्चिम, मध्य आणि हार्बर. दैनंदिन व्यवहारासाठी मुंबईकर या उपनगरीय सेवेवर अवलंबून असल्याने ही सेवा मुंबईची नस मानली जाते. ११ जुलै २००६ रोजी मुंबईतील रेल्वे गाड्यांमध्ये दहशतवाद्यानी ६ स्फोट घडवून आणले होते. परंतु मुंबईकरांची सहनशीलता व रेल्वे विभागाच्या तत्पर उपाययोजनांमुळे दुसऱ्या दिवशी सकाळपर्यंत ही सेवा पुन्हा सुरळीत कार्यरत झाली होती.
माल वाहतूक

एकेरी मार्गिका असलेला रेल्वे पूल
भारतीय रेल्वेवर अनेकविध मालाची मोठा प्रमाणावर वाहतूक होते - खनिजे, खते आणि खनिजतेल, शेती उत्पन्ने, लोखंड आणि पोलाद, मिश्रवहन वाहतूक, इत्यादी. मोठी बंदरे आणि मोठ्या शहरांमध्ये मालवाहतूकी साठी आणि मालगाडीत माल चढवण्या उतरवण्यासाठी स्वतंत्र रेल्वे मार्ग, गोदाम, फलाट आणि यार्डांची सोय असते.
भारतीय रेल्वे चा ७०% महसूल आणि बहुतांश नफा माल वाहतुकीतून उत्पन्न होतो आणि यातूनच‍ तोट्यात चालणाऱ्या प्रवासी वाहतुकीला अनुदानित आर्थिक साहाय्य दिले जाते. परंतु गेल्या काही वर्षांपासून, रेल्वेच्या तुलनेत ट्रक ने स्वस्त दरात होणाऱ्या माल वाहतुकीमुळे रेल्वेच्या मालवाहतूक उद्योगाला स्पर्धा जाणवू लागली आहे. म्हणून १९९० पासून, मध्यम क्षमतेच्या वाघिणीं हळू हळू बाद करून मोठ्या आणि आधुनिक वाघिणींच्या उपयोगावर भर द्यायला सुरुवात केली आहे. या नवीन वाघिणी‍चा उपयोग मुख्यत्वे कोळसा, सिमेंट, धान्ये, खनिजे या सारखा ठोक माल वाहून नेण्यासाठी उपयोग केला जातो.
या व्यतिरिक्त, वाहनांची देखील वाहतूक भारतीय रेल्वे वर केली जाते. अशा मालगाड्यांवर मालवाहू ट्रक चढवून एका ठिकाणावरून दुसऱ्या ठिकाणावर पोहोचवले जातात. तिथून पुढे मालाच्या वाहतुकीचा शेवटचा टप्पा त्याचं ट्रकने होतो. असे मालवाहू ट्रक चढवण्या उतरवण्यासाठी सुरूवातीच्या व गंतव्यस्थानकात खास फलाट बांधण्यात आले आहेत. अशा प्रकारच्या मिश्रवहन पद्धतीने इंधनाची बचत, माल एका वाहनातून दुसऱ्यात चढवावा उतरावा लागत नाही म्हणून मनुष्यबळ व पैसा यांची बचत व या सगळ्या मुळे वेळेची बचत मोठ्या प्रमाणावर होते. नाशवंत माल वाहतुकीमध्ये याचा सर्वांत जास्त फायदा होतो. नाशवंत माल वाहून नेण्यासाठी वातानुकुलीत वाघिणी वापरल्या जातात. ग्रीन व्हॅन प्रकारच्या वाघिणी ताजी फळे व भाज्यांसाठी वापरल्या जातात. आता अतिमहत्त्वाचा माल पोहोचवण्यासाठी भारतीय रेल्वे वर कंटेनर राजधानी अर्थात कॉनराज गाड्याही आहेत. आता पर्यंत मालगाड्यांनी गाठलेला उच्चतम वेग, ४,७०० मेट्रिक टनासाठी ताशी १०० कि.मी. (६२ मैल) इतका नोंदवला गेला आहे.
महसूलात वाढ या दृष्टीने भारतीय रेल्वे हे सारे बदल करत आहे. याचं उद्देशाने, अलीकडे खाजगी मालगाड्यांनाही परवानगी देण्यात आली आहे. आता नियमांची पूर्तता झाली तर खाजगी कंपन्या स्वतःच्या मालगाड्या भारतीय रेल्वेच्या मार्गांवर चालवू शकतात. मालवाहू गाड्या चालवण्यासाठी मुख्य शहरांना जोडणाऱ्या ११,००० कि.मी. लांबीच्या स्वतंत्र रेल्वे मार्गाच्या उभारणीला संमती मिळाली आहे. आत्ता पर्यंत नियमितपणे क्षमते पेक्षा जास्त माल भरला जात होता. २,२२,००० वाघिणींची क्षमता ११% वाढवून या बेकायदेशीर कृतीला कायद्याच्या चौकटी आणले आहे. उत्पादन शुल्कात व इंधनाच्या किमतीत झालेल्या वाढीमुळे रेल्वे वाहतूक आर्थिक दृष्ट्या फायदेशीर ठरू लागली आहे. प्रतिवर्तन कालात बचत केल्याने महसूलात २४% स्पष्ट वाढ दिसून आली आहे.
नावाजलेल्या गाड्या, स्थानके, मार्ग इ.

दार्जीलिंग हिमालयीन रेल्वे ही जागतिक वारसा स्थानांमधील एक आहे.
दार्जीलिंग हिमालयीन रेल्वे या नॅरो गेज, वाफेच्या इंजिनावर चालणाऱ्या रेल्वेला युनेस्कोच्या जागतिक वारसा स्थान यादीत स्थान मिळालेले आहे. ही रेल्वे जुन्या सिलिगुडी स्थानकावरून तर सध्या जलपाइगुडी स्थानकावरून सुटते. पश्चिम बंगाल मधून सुटणारी ही रेल्वे चहाच्या मळ्यांमधून प्रवास करून दार्जीलिंग ला पोहोचते. दार्जिलिंग हे २१३४ मी. उंचीवर वसलेले थंड हवेचे ठिकाण आहे. या रेल्वे मार्गावरील सर्वांत उंचीचे स्थानक घम आहे.
दक्षिण भारतातील निलगिरी पर्वतरांगेत चालणारी निलगिरी माउंटन रेल्वेसुद्धा जागतिक वारसा स्थानांमध्ये आहे.[५] ही भारतातील एकमेव रॅक रेल्वे आहे. मुंबईचे छत्रपती शिवाजी टर्मिनससुद्धा भारतीय रेल्वे द्वारा संचलित जागतिक वारसा स्थानांमध्ये आहे.

राष्ट्रीय रेल्वे संग्रहालय इथे असणारे बेयर गॅरेट ६५९४ इंजिन
पॅलेस ऑन व्हील्स ही विशेष रेल्वेगाडी आहे. वाफेच्या इंजिनाने ओढली जाणारी ही गाडी राजस्थान सरकारने पर्यटन वाढवण्यासाठी सुरू केली. महाराष्ट्रातही डेक्कन ऑडिसी नावाची गाडी आहे. ही गाडी कोकणासह महाराष्ट्रातून फिरते. समझौता एक्सप्रेस ही भारत व पाकिस्तानच्या दरम्यान धावणारी गाडी होती. इ.स. २००१मधील युद्धसदृश परिस्थितीनंतर ती रद्द करण्यात आली व २००४मध्ये परत सुरू झाली. थार एक्सप्रेस ही भारतातील मुनाबाओ व पाकिस्तानमधील खोखरापार शहरांना जोडणारी गाडी १९६५च्या भारत-पाक युद्धानंतर बंद करण्यात आली होती व २००४मध्ये परत सुरू झाली. कालका शिमला रेल्वे ही जगातील सगळ्यात अवघड चढणीच्या लोहमार्गांपैकी एक आहे.[६] लाइफलाईन एक्सप्रेस ही विशेष गाडी पोचण्यास कठीण अशा अनागरी वस्त्यांमध्ये स्वास्थ्यसेवा पुरवते. फिरता दवाखाना या नावानेही ओळखल्या जाणाऱ्या गाडीचा एक डबा शल्यचिकित्सा खोलीच असतो. याशिवाय दोन डब्यांतून रुग्णांना राहण्याची सोय असते. एका स्थानकात दीड-दोन महिने थांबत ही गाडी देशभर प्रवास करीत राहते.

अमदावाद स्थानकात उभी असलेली शताब्दी एक्सप्रेस
फेरी क्वीन हे जगातील सगळ्यात जुने चालू स्थितीतील इंजिन आहे. खरगपूर रेल्वे स्थानक जगातील सगळ्यात जास्त लांबीचे रेल्वे स्थानक आहे. याची लांबी १,०७२ मीटर (३,५१७ फूट) आहे. दार्जिलिंग हिमालयीन रेल्वे मार्गावरील घम हे स्थानक वाफेच्या इंजिनाची सेवा असलेले जगातील दुसऱ्या क्रमांकाचे उंचीवरील स्थानक आहे.[७] हिमसागर एक्सप्रेस या गाडीची धाव ३,७४५ कि.मी. आहे. भारतीय रेल्वेवरील सगळ्यात मोठा पल्ला ही गाडी ७४ तास ५५ मिनिटांत तोडते. त्रिवेन्द्रम राजधानी एक्सप्रेस वडोदरा आणि कोटा हे ५२८ कि.मी.चे अंतर साडे सहा तास न थांबता धावते. भोपाळ शताब्दी एक्सप्रेस ही भारतीय रेल्वेतील सगळ्यात वेगवान गाडी असून याची महत्तम गती ताशी १४० कि.मी. आहे. भारतीय रेल्वेमध्ये ७,५६६ इंजिने, ३७,८४० प्रवासी डबे आणि २,२२,१४७ वाघिणी आहेत. ही इंजिने व डबे ६,८५३ स्थानकांतून फिरतात. भारतीय रेल्वेची ३०० यार्ड, २,३०० मालधक्के, ७०० दुरुस्ती केंद्रे आहेत. यांमधून १५,४०,००० कर्मचारी काम करतात.[८]
इब हे सगळ्यात छोटे नाव असलेले स्थानक आहे तर वेंकटनरसिंहराजुवारिपेटा हे सगळ्यात मोठ्या नावाचे स्थानक आहे.
विभागीय रचना

दिल्लीमधील भारतीय रेल्वेचे मुख्यालय
भारतीय रेल्वेची मालकी रेल्वे मंत्रालयाद्वारे भारत सरकारकडे आहे. भारतीय रेल्वे ही कंपनी नसून भारत सरकारचाच एक विभाग आहे. मल्लिकार्जुन खडगे सध्याचे (इ.स.२०१३) रेल्वेमंत्री आहेत. याशिवाय आर. वेलू व नारणभाई जे. राठवा हे दोघे उपमंत्री आहेत. भारतीय रेल्वेचा दैनंदिन कारभार भारतीय रेल्वे बोर्ड चालवते. यात सहा सदस्य व एक अध्यक्ष असतात.
भारतीय रेल्वेचे सोळा विभाग मुख्याधिकाऱ्यांच्या (जी.एम.) नियंत्रणाखाली असून ते भारतीय रेल्वे बोर्डाला जबाबदार असतात. प्रत्येक विभाग मंडलांमध्ये विभागलेले असतात व त्यांचे आधिपत्य मंडल अधिकाऱ्यांकडे (डी.आर.एम.) असते. मंडल अधिकारी प्रत्येक मंडलाच्या अभियांत्रिकी, विद्युत, दळणवळण, लेखा, वैयक्तिक, व्यापारी आणि सुरक्षा अधिकाऱ्यांना मार्गदर्शन करतात. यांखाली प्रत्येस स्थानकाचे स्थानकप्रमुख (स्टेशन मास्टर) असतात जे त्यांच्या स्थानकांतून येणाऱ्या जाणाऱ्या गाड्यांची सुरक्षा व व्यवस्था बघतात. या सोळा विभागांशिवाय भारतीय रेल्वेचे सहा उत्पादन केंद्रे आहेत. त्यांचे मुख्याधिकारीही रेल्वे बोर्डाला जबाबदार असतात.
याव्यतिरिक्त रेल्वे विद्युतीकरण केंद्रिय संस्था (कोर), कोलकाता मेट्रो रेल्वे आणि उत्तर पूर्व सीमा रेल्वेचा बांधकाम विभागांनी हा त्यांचेत्यांचे मुख्याधिकारी असतात.
यांशिवाय इतर जाहीर क्षेत्रातील कंपन्याही रेल्वे मंत्रालयाच्या नियंत्रणाखील आहेत. यांपैकी काही --
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया
इंडियन रेल्वेझ केटरिंग अँड टुरिझम कॉर्पोरेशन
कोकण रेल्वे कॉर्पोरेशन
इंडियन रेल्वे फायनान्स कॉर्पोरेशन
मुंबई रेल विकास कॉर्पोरेशन
रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया
राइट्स लिमिटेड
इर्कॉन इंटरनॅशनल लिमिटेड
रेल विकास निगम लिमिटेड
कंटेनर कॉर्पोरेशन लिमिटेड
सेंटर फॉर रेल्वे इन्फोर्मेशन सिस्टम्स ही रेल्वे बोर्डाच्या नियंत्रणाखालील स्वतंत्र संस्था आहे. ही संस्था भारतीय रेल्वेसाठी संगणक प्रणालींचा विकास करते.
रेल्वे अंदाजपत्रक आणि पैसाअडका

रेल्वेचे प्रवासी तिकिट
रेल्वेचे अंदाजपत्रक भारतातील रेल्वे वाहतूकीची निगा राखण्याची, अद्ययावतीकरणाची आणि विकासासाठीची कामे करण्याचा प्रस्ताव असतो. सगळ्यात महत्त्वाचे म्हणजे यात पुढील वर्षाचे आर्थिक प्रस्ताव असतात, जेणेकरून रेल्वेचे प्रवासी व मालवाहतूकीचे भाडे ठरवण्यात येते. या अंदाजपत्रकावर भारतीय संसद चर्चा करते व बदल सुचवते. हे अंदाजपत्रक लोकसभेत साध्या बहुमताने संमत होणे आवश्यक असते. राज्यसभेला यावर टिप्पणी करण्याचा हक्क असतो पण तो रेल्वे मंत्रालयावर बांधिल नसतो.
भारत सरकारच्या इतर विभागांप्रमाणे रेल्वेला ही लेखापरीक्षणाचे नियम लागू होतात. अंदाजपत्रकातील आवक-जावकीच्या आकड्यांवरुन रेल्वेच्या भांडवली आणि रेव्हेन्यू खर्चाची[मराठी शब्द सुचवा] तरतूद केली जाते. यातील रेव्हेन्यू खर्च रेल्वेची जबाबदारी असते तर भांडवली तुटवडा भारत सरकार भरुन काढते किंवा रेल्वे इंडियन रेल्वे फायनान्स कॉर्पोरेशनकडून उसने घेतले जातात. सरकारने घातलेल्या भांडवलावर रेल्वे सरकारला लाभ देते.
१९२४च्या ऍकवर्थ समितीच्या सल्ल्यानुसार रेल्वेचे अंदाजपत्रक भारत सरकारच्या अंदाजपत्रकाच्या दोन दिवस आधी (साधारण फेब्रुवारी २६च्या सुमारास) संसदेत सादर केले जाते. रेल्वेच्या अंदाजपत्रकातील फायदा किंवा तुटवडा सरकारच्या अंदाजपत्रकात दाखवला जातो. २००६च्या अंदाजपत्रकानुसार भारतीय रेल्वेने ५४६ अब्ज रुपये (१२.३ अब्ज अमेरिकन डॉलर) कमावले. प्रवासी भाडे, इतर भाडे व अवांतर उत्पन्नात अनुक्रमे ७%, १९% आणि ५६% वाढ झाली. भारतीय रेल्वेतून प्रवास करणाऱ्यांत ७.५% वाढ झाली.[९] २००७च्या सुरुवातीस रेल्वेकडे ११२ अब्ज रुपये (२.५४ अब्ज अमेरिकन डॉलर) असणे अपेक्षित होते.[१०]
प्रवासी उत्पन्नाच्या अंदाजे २०% रक्कम वरच्या वर्गांतील (वातानुकुलित) प्रवाशांकडून मिळते. या प्रवाश्यांना आता कमी किंमतीत विमानप्रवास शक्य झाला असल्यामुळे भारतीय रेल्वे आता नको असलेले मार्ग व गाड्या बंद करून या प्रवाश्यांना अधिक सुविधा पुरवण्याच्या मागे आहे.
अडचणी व अडसर

अशा लेव्हल क्रॉसिंग वर अनेक अपघात घडतात
सुरुवातीपासूनच भारतीय रेल्वेची आर्थिक स्थिती जेमतेमच आहे. याचे मुख्य कारण भांडवलाचा अभाव आहे. गेली काही वर्षे सोडता रेल्वेला भारत सरकारशिवाय कोणीही वित्तपुरवठा करु शकत नसे. याशिवाय अनेक अपघात (वर्षाला सुमारे ३००)[११] सुद्धा काही अंशी रेल्वेसमोरील अडचणींत भर घालतात. हळूहळू सुधारण्याऱ्या लोहमार्ग, संकेतप्रणालीं मुळे रुळांवरुन घसरणे, गाड्यांची टक्कर, इ. अपघात कमी झाले असले तरी रेल्वे व इतर वाहनांतील अपघात व गाडीखाली माणसे चिरडली जाण्याचे अपघात वाढले आहेत. या अपघातांत मानवी चूक ८३% कारणीभूत असते.[१२] कोंकण रेल्वेवर दरडी कोसळून अनेक अपघात होतात.
शेकडो वर्षे जुने पूल आणि लोहमार्गांना नियमित देखभाल आणि निगा लागते. अजूनही काही ठिकाणी चालू असलेल्या ब्रिटिश राजवटीतील संदेशवहन, संकेत आणि सुरक्षाप्रणालीही रेल्वेसमोरील अडसर आहेत. अनेकदा अशा हाताने चालविल्या जाणाऱ्या संकेतप्रणालींमुळे अपघात होतात. वर्षागणिक रेल्वेगाड्यांच्या वेगात होणारी वाढ लक्षात घेता या प्रणाली अद्ययावत करणे अतिआवश्यक आहे पण त्यासाठी लागणाऱ्या प्रंचड प्रमाणातील भांडवलामुळे हे काम होत नाही आहे. काही अंशी यात सुधार होत आहे.[१३] पण भारतीय रेल्वेचा पसारा लक्षात घेता हे नगण्य आहे.
असे असताही गेल्या काही वर्षांत भारतीय रेल्वेने आपली आर्थिक स्थिती सुधारणे सुरू केले आहे. २००६ साली रेल्वेला आपला नफा ८३.७% वाढणे अपेक्षित होते.[१४] आत्ताचे रेल्वेमंत्री लालू प्रसाद यादवनी याचे श्रेय आपल्याकडे घेतले आहे.[१५]
राजधानी एक्सप्रेस आणि शताब्दी एक्सप्रेस या भारतीय रेल्वेवरील सर्वांत वेगवान व आरामदायक प्रवासी सेवा आहे पण यांवरील वाहतूकीवर स्वस्त विमानप्रवासाचे सावट आहे. ताशी १००-११० कि.मी. वेगाने धावणाऱ्या या गाड्यांपेक्षा अनेकदा व्यावसायिक प्रवासी विमानप्रवास जास्त पसंत करतात.[१६] संपूर्ण रेल्वेचे अद्ययावतीकरण करून जागतिक दर्जाची सेवा पुरवण्यासाठी जवळजवळ ५०-१०० अब्ज अमेरिकन डॉलर लागतील असा एक अंदाज आहे.[१७]
रेल्वेडब्यांतील स्वच्छता आणि अस्वच्छता टाळण्यासाठीचे उपाय करण्यात कुचराई हा रेल्वेसमोरील मोठा अडसर आहे. प्रवासी अजूनही आपला कचरा खिडकीबाहेर भिरकावतात लोहमार्गांवर जमणारा हा कचरा वर्षांनुवर्षे तसाच पडून असतो.
भारतीय सरकारच्या कर्मचाऱ्यांचे वेतन ठरवण्यासाठीच्या सहाव्या वेतनसमितीचा अहवाल २००८च्या अखेरीस अपेक्षित आहे. या समितीने ठरवून दिलेले वेतन भारतीय रेल्वेच्या कर्मचाऱ्यांना २००६च्या सुरुवातीपासून दिले जाईल. मागच्या समित्यांचे सल्ले निकष म्हणून घेतले असता ही वाढ कमीतकमी ५०% असेल व हे थकलेले वेतन दिल्यावर रेल्वेला प्रचंड मोठा आर्थिक फटका बसेल व गेल्या काही वर्षांची मेहनत वाया जाईल अशी भीती आहे.

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